जप-तप एवं स्वाध्याय से आत्मा को पवित्र बनाता है चातुर्मास

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जप-तप एवं स्वाध्याय से आत्मा को पवित्र बनाता है चातुर्मास

महातपस्वी आचार्य महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी सुदर्शनाश्रीजी ठाणा-5 का चातुर्मास प्रवास के लिए जैन भवन में स्वागत रैली के साथ पदार्पण हुआ। जैन भवन में आयोजित स्वागत-अभिनन्दन कार्यक्रम साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के स्मरण के साथ शुरू हुआ। साध्वी सुदर्शनाश्रीजी ने गुरू शक्ति को पावर हाउस बताते हुए कार्य का सम्पूर्ण श्रेय गुरुदेव को बतलाया और कहा उनकी शक्ति से हम कार्य को मंजिल तक पहुंचा पाते हैं। पीलीबंगा श्रावक समाज को जागृत समाज बताते हुए अध्यात्म के चरम सोपान तक पहुंचने की प्रेरणा प्रदान की। इससे पूर्व वीएम पब्लिक स्कूल के बच्चों ने स्वागत धुन से स्वागत किया। विनोद देवी छाजेड़ ने मंगलाचरण एवं तेरापंथ सभा के अध्यक्ष मालचंद जैन ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया। अंचल के अध्यक्ष प्रकाश जैन, महामंत्री ऋषभ चौरड़िया एवं हनुमानगढ़ टाउन सभा के अध्यक्ष संजय बांठिया ने भी अंचल की ओर से स्वागत किया। साध्वी प्रगतिप्रभाजी एवं साध्वी डॉ प्रणतिप्रभाजी ने अपनी जन्मभूमि पर साध्वी वृंद का स्वागत अभिनन्दन किया तथा आध्यात्मिक विकास के लिए परिवार एवं गुरु के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए श्रावक समाज को भी आध्यात्मिक विकास की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया। स्वागत के क्रम में तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद्, सकल जैन समाज आदि के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भी वक्तव्य एवं गीतों के माध्यम से स्वागत स्वर प्रस्तुत किए।