नवरंगी तप प्रत्याख्यान एवं अभिनंदन कार्यक्रम
मुनि जिनेश कुमारजी ठाणा 3 के सान्निध्य में नवरंगी तप प्रत्याख्यान एवं अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन प्रेक्षा विहार में साउथ हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपस्थित नवरंगी तप आराधकों व धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा- तपस्या पुरस्कार के लिए नहीं, प्रकाश के लिए करनी चाहिए। तपस्या संसार के लिए नहीं संन्यास के लिए करनी चाहिए। तप से कर्म तंतु प्रकंपित होते हैं। तपस्या वही व्यक्ति कर सकता है जिसके अन्तराय कर्म का क्षयोपशम होता है। जिन भाई-बहिनों ने नवरंगी तप में अपनी सहभागिता दर्ज कराई वे सब साधुवाद के पात्र हैं। इस अवसर पर तप अनुमोदना एवं अभिनंदन में साउथ हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष लक्ष्मीपत बाफणा, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष गगनदीप बैद, तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री रेखा बैगानी ने अपने विचार व्यक्त किये। आभार सभा मंत्री बसंत पटावरी ने व संचालक मुनि परमानंद जी ने किया। सभा द्वारा तपस्वियों का सम्मान किया गया।