भक्तामर स्त्रोत अनुष्ठान का हुआ आयोजन
'शासनश्री' साध्वी रविप्रभाजी ठाणा-5 के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, विकास मंच, कृष्णानगर दिल्ली में तेरापंथ युवक परिषद्, गाँधीनगर-दिल्ली द्वारा भक्तामर स्तोत्र अनुष्ठान का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 121 जोड़े व 81 भाइयों-बहनों को मिला कर कुल 323 लोगों ने भक्तामर अनुष्ठान किया। साध्वीश्री के मुखारविंद से नमस्कार महामंत्र के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ तत्पश्चात तेयुप गाँधीनगर-दिल्ली द्वारा विजय गीत का संगान किया गया व श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन गाँधीनगर सभाध्यक्ष निर्मल छलाणी ने किया। तेयुप गांधीनगर दिल्ली के अध्यक्ष अशोक सिंघी ने पधारे हुए सभी पदाधिकारियों का व अनुष्ठान में उपस्थित श्रावक- श्राविका समाज का अपने वक्तव्य से स्वागत व अभिनंदन किया। साध्वी रविप्रभाजी ने श्रावक-श्राविका समाज को भक्तामर का महत्व बताते हुए कहा कि आचार्य मानतुंग द्वारा रचित यह स्तोत्र सर्वश्रेष्ठ माना गया है। श्वेतांबर और दिगंबर दोनों परंपराओं में इसका बहुत महत्व है। इसका एक-एक श्लोक मंत्र से ओतःप्रोत व बहुत ही चमत्कारी है। साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि स्तोत्र के साथ अर्थज्ञान भी होना जरूरी है, तभी हम इस स्तोत्र से कष्टों का निवारण कर सकते हैं। भक्तामर स्तोत्र अनुष्ठान के प्रायोजक अनिल बैद का तेयुप गाँधीनगर-दिल्ली द्वारा स्वागत व आभार व्यक्त किया गया। संयोजक अरिहंत बैद का अथक श्रम रहा, साथ ही गाँधीनगर सभा परिवार, विकास मंच परिवार, महिला मंडल पूर्वी-दिल्ली का भी सहयोग रहा। इस अवसर पर कुशल मंच संचालन तेयुप गाँधीनगर-दिल्ली के मंत्री प्रकाश सुराणा ने किया।