पैंसठिया का देखिए चमत्कार, कीजिए तीर्थंकर प्रभुवर की जय-जयकार
डॉ. साध्वी परमयशा जी के सान्निध्य में पैंसठिया यंत्र अनुष्ठान कार्यक्रम का समायोजन हुआ। साध्वी श्री ने कहा कि पैंसठिया यंत्र का करें संगान, जिसमें है तीर्थकर प्रभु का गुणगान। कोई भी जाप कम से कम 43 दिन तक करना चाहिए। जिस जाप का कोई समयवार नहीं है उसे रविपुष्य, गुरुपुष्य या दीपावली और शुभ मुहुर्त, अबूझ मुहुर्त में प्रारंभ कर सकते हैं। जिस मंत्र में दिशावार समय बताया गया है उस आधार से करें। पने आगे कहा कि जीवन की हर समस्या का समाधान करता है पैंसठिया छंद यंत्र अनुष्ठान। पैंसठिया छंद एक ऐसा यंत्र है जो शांति, समाधि, सुयश की दौलत देता है। कई बार जहां दवा काम नहीं करती वहां दुआ चमत्कार कर देती है। मेडिसिन के साथ मेडीटेशन पर फोकस करें। यह यंत्र दुआ की ताकत देता है। साध्वी वृंद ने गीत का संगान किया। स्वस्तिक के आकार में 131 जोडों ने अनुष्ठान में भाग लिया। साध्वी मुक्ताप्रभा जी और साध्वी कुमुदप्रभा जी ने ‘पैंसठिया- द पॉवर फुल मैजिक शो’ शब्द चित्र के माध्यम से अभिव्यक्ति दी। तेरापंथ सभा के मंत्री अभिषेक पोखरना ने सभी का स्वागत किया और आभार ज्ञापन सभाध्यक्ष कमल नाहटा ने किया।