‘शिक्षाप्रद कहानी सुनाओ’ प्रतियोगिता का आयोजन
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि जिनेश कुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में ‘शिक्षाप्रद कहानी सुनाओ’ प्रतियोगिता का आयोजन तेरापंथ युवक परिषद् साउथ हावड़ा द्वारा प्रेक्षा विहार में किया गया। 6 से 9 वर्ष व 10 से 13 वर्ष के दो वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता में 13-13 प्रतिभागियों ने 3 मिनिट की तय समय सीमा में अपनी प्रस्तुति दी। प्रतियोगिता के निर्णायक राकेश संचेती व संतोष बांठिया थे। प्रथम वर्ग में प्रथम मायरा चिंडालिया, द्वितीय राशिका सिंघी, तृतीय प्रियांश बरड़िया रहे। द्वितीय वर्ग में प्रथम प्रज्ज्वल सिंघी, द्वितीय ऋषभ बैद व जीत बेगवानी, तृतीय स्पर्श बोहरा रहे। परिणाम की घोषणा निर्णायक राकेश संचेती ने की। कार्यक्रम में आशीर्वचन फरमाते हुए मुनि जिनेशकुमार जी ने कहा- साहित्य की एक महत्त्वपूर्ण विधा है कथा। कथा अमृत रसायन है। जन मानस की सुप्त चेतना को जागृत करने वाली शक्ति है। नीरस विषय में भी सरसता संचारित करने वाली ऊर्जा है। पुराने समय में दादा-दादी, नाना-नानी बच्चों को कहानी सुनाते थे। कथा के माध्यम से बच्चों को संस्कार देते थे। कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ किशोर मंडल के मंगलाचरण से हुआ। स्वागत भाषण तेरापंथ युवक परिषद उपाध्यक्ष पारस बरड़िया ने दिया। आभार ज्ञापन सहमंत्री राहुल दुगड़ ने किया। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ किशोर मंडल संयोजक संजोग पारख ने किया। तेरापंथ युवक परिषद द्वारा प्रायोजक संपत भंसाली व निर्णायकों का सम्मान किया गया। विजेता प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया गया।