भाई-भाई, देवरानी-जेठानी सेमिनार
साध्वी शकुन्तलाकुमारी जी के सान्निध्य में भाई-भाई, देवरानी-जेठानी की कार्यशाला आयोजित हुई। साध्वी शकुन्तलाकुमारी जी ने अपने अभिभाषण में कहा- जितने प्यार, सम्मान और मिठास से हम दूसरों से बात करते हैं, उतने ही प्यार और सद्भाव से यदि हम अपने घर के सदस्यों से बोलना शुरु कर दें तो हमें स्वर्ग का सुख अपने ही घर-परिवार में मिलना शुरु हो जाएगा। कभी भी कुछ कहासुनी हो जाए तो उसे मन में नहीं रखें, बातचीत को जारी रखें। साध्वी रक्षितयशा जी ने रोचक प्रश्नों के माध्यम से परिवार में जीने की कला बताई। साध्वी संचितयशा जी ने कहा- परिवार की सुन्दरता फर्नीचर या सजावट से नहीं बल्कि देवरानी-जेठानी और भाई-भाई के प्रेम, त्याग, सहिष्णुता और संतुष्टि से होती है। रेखा कोठारी और नेहा कोठारी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। तेरापंथ युवक परिषद विलेपार्ले के अध्यक्ष महेंद्र वडाला ने आभार ज्ञापन किया।