रक्षिता रोहिणी बनने की पायी प्रेरणा
कांटाबांजी। तेरापंथ भवन कांटाबांजी में बने रक्षिता रोहिणी कार्यक्रम का आयोजन समणी निर्देशिका जिनप्रज्ञा जी एवं समणी क्षांतिप्रज्ञा जी के सान्निध्य में हुआ। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से अनेक बहनें उपस्थित थीं। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के साथ हुई। तत्पश्चात तेरापंथ महिला मंडल की बहनों द्वारा स्वागत एवं मंगलाचरण के रूप में गीतिका की प्रस्तुति दी गई। समणीजी कहा कि महिला को घर परिवार तक सीमित नहीं रहना है। उसे बाहर निकल कर समाज और राष्ट्र को भी प्रकाशित करना है। महिला को अपने महिला होने पर गर्व महसूस करना चाहिए। बहनें जो आज तक कभी माइक के सामने नहीं आई थी वे आगे आकर बड़े ही कॉन्फिडेंस के साथ अपने अनुभव बता रही थीं। नवयुवतियों में जैन संस्कारों को संपोषित करने हेतु समणी जी ने उन्हें नमस्कार महामंत्र एवं प्रतिदिन एक सामायिक अवश्य करने की प्रेरणा दी। आभार ज्ञापन सपना जैन ने किया।