जीवन निर्माण के कुशल कलाकार - आचार्यश्री कालूगणी
खेडब्रह्मा
भाद्रव शुक्ला षष्ठी कालूगणी का महाप्रयाण दिवस साध्वी सत्यप्रभा जी के सान्निध्य में मनाया गया। साध्वीश्री जी ने कहा कि महामना कालूगणी विद्यावारिधी थे। वो तेजस्वी, ओजस्वी आचार्य थे। उनकी पुण्यवत्ता बहुत जबरदस्त थी। धर्मसंघ में संस्कृत शिक्षा का जो विकास आज हो रहा है वो पूज्य कालूगणीराज के स्वप्न की फलश्रुति है। उन्होंने तेरापंथ धर्मसंघ को एक नहीं दो आचार्य दिए हैं।
साध्वी श्रुतप्रभा जी, साध्वी यशस्वीप्रभा जी ने आचार्य कालूगणी के विभिन्न जीवन प्रसंगों द्वारा अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रावक समाज ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।