जैसा मित्र वैसा चरित्र - मित्रता दिवस पर आयोजित हुई फ्रेन्ड्स समिट

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जैसा मित्र वैसा चरित्र - मित्रता दिवस पर आयोजित हुई फ्रेन्ड्स समिट

साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ महिला मंडल उत्तर दिल्ली के तत्वावधान में फ्रेन्डशिप डे पर फ्रेन्ड्स समिट कार्यक्रम विशाल उपस्थिति में आयोजित हुआ। साध्वीश्री ने अपने वक्तव्य में कहा रिश्तों की दुनिया में दोस्ती का रिश्ता बड़ा लाजवाब होता है। मित्र एक ऐसा नगीना है जिसकी चमक के सामने सारे रिश्ते फीके लगते हैं। मित्रता मोमबत्ती की तरह होनी चाहिए, जब बत्ती जलती है तो मोम पिघलता जाता है। ठीक वैसे ही जब मित्र तकलीफ में हो तो दोस्त ऐसा हो जो मित्र की तकलीफ को अपनी तकलीफ माने। मित्रता ताले की तरह होनी चाहिए, ताला टूट सकता है पर चाबी नहीं बदलता। मित्र भी वही होता है, कोई भी परिस्थिति आ जाए पर मित्र नहीं बदलता।
साध्वीश्री ने आगे कहा जैसा मित्र वैसा चरित्र, या जैसा चरित्र वैसा ही मित्र। सुदामा एवं कृष्ण की दोस्ती आज के युग में नजीर है। दोस्त ऐसा हो, जो दुःख-सुख में हमेशा साथ खड़ा रहे। निश्चय नय से तो हमारी आत्मा ही हमारी परम मित्र है, आत्मा की रक्षा करना हमारा परम दायित्व है। डॉ. साध्वी सुधाप्रभा जी ने 'फोर पी' की चर्चा करते हुए कहा- पॉजीटिव, परपजफुल, पीसफुल एवं प्रजेन्स ऑफ माईण्ड वाले व्यक्ति से दोस्ती करें। वो स्वयं भी उन्नति करेगा एवं आपको भी प्रगति पथ पर अग्रसर करेगा।
साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने 'सच्चा मित्र कौन?' विषय पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा- धर्म हमारा सच्चा मित्र है, जो हमें दुर्गति से बचाता है एवं सद्गति का मार्ग दिखता है। साध्वी समत्वयशा जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। महिला मंडल की बहनों ने हैप्पी फ्रेन्डशिप डे गीत का संगान कर परिषद् को भावविभोर कर दिया। साध्वी कर्णिकाश्री जी ने मंच का कुशलतापूर्वक संचालन किया।