भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला

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भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के निर्देशन में तेयुप,अमराईवाड़ी-ओढव द्वारा आयोजित भिक्षु दर्शन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन साध्वी काव्यलताजी के सान्निध्य में सिंघवी भवन, अमराईवाड़ी में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से की गई। तेयुप के उत्साही सदस्य अल्पेश हिरण एवम पंकज डांगी ने विजय गीत का संगान किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन कैलाश बाफना ने किया।
तेयुप अध्यक्ष मुकेश सिंघवी ने स्वागत वक्तव्य देते हुवे अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य वक्ता के रूप में पधारी सीपीएस ट्रेनर मिनी कोठारी ने अनेक उदाहरण के साथ भिक्षु स्वामी के विचार एवं तेरापंथ धर्म संघ के मौलिक सिद्धांत पर आधारित अपने विचार विस्तृत रूप से व्यक्त किये। तेयुप अमराईवाड़ी-ओढव के शाखा प्रभारी कुलदीप नवलखा ने भिक्षु स्वामी को मैनेजमेंट गुरु बताते हुए अपने विचार व्यक्त किये।
साध्वी सुरभिप्रभा जी एवं साध्वी राहतप्रभा जी ने सुंदर गीतिका द्वारा समग्र माहौल भिक्षुमय बना दिया। साध्वी काव्यलताजी ने अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ को जानना है तो हमें भिक्षु स्वामी के विचारों को समझना होगा तथा भिक्षु स्वामी को जानना है तो तेरापंथ धर्मसंघ के मौलिक सिद्धांतो को समझना होगा। साध्वीश्री ने तेरापंथ के मौलिक सिद्धांतों की विस्तृत चर्चा की।आचार्यश्री भिक्षु के बारे में अनसुनी किस्से बताते हुए उनके विचारों को सुंदर तरीके से समझाया। साध्वी श्री द्वारा श्रावक समाज को ‘भिक्षु विचार दर्शन’ पुस्तक के नियमित स्वाध्याय का संकल्प दिलाया गया। आभार ज्ञापन तेयुप मंत्री सुनिल चिप्पड़ ने एवं संचालन निवर्तमान अध्यक्ष हितेश चपलोत ने किया। कार्यशाला में लगभग 150 सदस्यों की उपस्थिति रही।