ज्ञानशाला दिवस पर विविध आयोजन
उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमलकुमार जी के सान्निध्य में ज्ञानशाला दिवस का शुभारंभ रैली द्वारा किया गया जिसमें सभी सभा संस्थाओं के पदाधिकारीगण की उपस्थिति रही। ज्ञानशाला गीत से मंगलाचरण हुआ। मुख्य प्रशिक्षक अनिता विनायकीया ने स्वागत किया। सभा अध्यक्ष दलपत इंटोदिया ने अपने विचार रखे। ‘विवेक खोया-मानव रोया’ मोबाइल डिटॉक्स पर ज्ञानशाला के बच्चों की प्रस्तुति रही। मुनिश्री ने कहा कि अच्छे बच्चे वे होते हैं जो शालीनता का परिचय देते हैं। बच्चों से पहले माता-पिता स्वयं को अनुशासित करें, बच्चों को इस दुष्प्रभाव से बचाएं। मकान, संस्थान इन सबसे पहले व्यक्ति की संतान अनुशासित हो। मुनिश्री अभय दान, ज्ञान दान और पात्रदान के बारे में जानकारी प्रदान की। बच्चों के सर्वांगीण विकास में प्रशिक्षिकाओं के निस्वार्थ योगदान की सराहना की।