ज्ञानशाला दिवस पर विविध आयोजन
स्थानीय तेरापंथ भवन में तेरापंथ सभा के तत्वावधान में ज्ञानशाला दिवस, एक दिवसीय शिविर और ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव मुनि दीपकुमार जी के सान्निध्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के द्वारा मुनि दीपकुमार जी के द्वारा करवाई गई। ज्ञानार्थियों के द्वारा मंगलाचरण हुआ। कार्यक्रम में ज्ञानशाला की मनोरंजक प्रस्तुतियां रही। जिनमें ज्ञानार्थियों ने महावीर, भिक्षु, तुलसी एवं महाप्रज्ञ अष्टकम, तीर्थंकर वंदना, ‘एबीसीडी- चढ़ो सफलता की सीढ़ी’ आदि विषयों पर भावभरी प्रस्तुतियां दी। छः लेश्या पर ज्ञानशाला के बच्चों के द्वारा प्रेरक नाटक प्रस्तुत किया गया। ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं ने सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। मुनि काव्यकुमार जी ने कहा कि ज्ञानशाला तेरापंथ सभा का महत्वपूर्ण उपक्रम है। स्थानीय तेरापंथ सभा अध्यक्ष देवीचंद मंडोत ने सभी ज्ञानार्थियों को नियमित आने के लिए प्रेरणा दी। सभा के मंत्री अजय बुच्चा ने अपने विचार रखते हुए समाज को आह्वान किया कि बच्चों को ज्ञानशाला भिजवाएं जिससे बच्चों में धार्मिक संस्कार आए। मुनि दीपकुमार जी ने अपने उद्बोधन में कहा- यह गुरुदेव तुलसी का महत्वपूर्ण अवदान है, इससे भावी पीढ़ी संस्कारवान बने। ज्ञानशाला की मुख्य प्रशिक्षका दीपिका बोथरा ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।
ज्ञानशाला शिविर के प्रथम चरण का संयोजन ज्ञानशाला संयोजक कनक बुच्चा ने किया। द्वितीय चरण में ज्ञानार्थियों को धार्मिक हाउजी गेम खिलाया गया, बच्चों ने इसमें बड़े उत्साह से भाग लिया और भी कई गेम्स खिलाए गए। द्वितीय सत्र का संयोजन पूर्व ज्ञानशाला प्रभारी स्नेहलता नाहटा, रूप कला भंडारी ने किया। तृतीय सत्र में मुनि दीपकुमार जी ने उद्बोधन देते हुए बच्चों को कहानी के माध्यम से यह प्रेरणा दी कि हमें विद्या, विवेक और विनय को धारण करना चाहिए। मुनि काव्यकुमार जी ने कहानी के माध्यम से प्रेरणा देते हुए कहा कि हमें झूठ नहीं बोलना चाहिए। ज्ञानशाला प्रक्षिशिकाओं सुरेखा सेमलानी और विजयलक्ष्मी बाफना ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए ज्ञानार्थी गण को प्रमाण पत्र वितरण करवाए। श्रेष्ठ ज्ञानार्थी का पुरस्कार तनिष्क बाफना को प्राप्त हुआ। सर्वाधिक उपस्थिति का पुरस्कार प्रत्यक्ष चौरडिया व प्रशिक्षका स्नेहलता नाहटा को मिला। तेरापंथी सभा अध्यक्ष देवीचंद मंडोत, युवक परिषद अध्यक्ष योगेंद्र सेठिया व टीम का सहयोग रहा। प्रशिक्षिका सरला बोहरा, भावना मंडोत, संगीता गुनेचा, सविता भंडारी, प्रेमलता बोहरा, शोभा बुच्चा, विजया बोहरा के पूर्ण सहयोग से ज्ञानशाला दिवस, एक दिवसीय शिविर एवं ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव का कार्यक्रम सफलता से संपन्न रहा।