डिजिटल डिटॉक्स पचरंगी का भव्य आयोजन
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी उदितयशाजी ठाणा 4 के सान्निध्य में तेरापंथ भवन गांधीनगर बैंगलोर में डिजिटल डिटॉक्स पचरंगी का शानदार आयोजन हुआ। साध्वीश्री ने फरमाया इंसान की सोच पर भौतिकता का पर्दा डालने वाले डिजिटल गेजेट्स का अनावश्यक उपयोग रोकना आवश्यक है। साध्वी श्री की प्रेरणा से कई श्रावक-श्राविकाओं ने 5-4-3-2-1 दिन तक मोबाइल का प्रयोग न करने का संकल्प लिया। साध्वी भव्ययशा जी ने कुछ प्रयोगों के माध्यम से बताया कि हमारी आँखें एक दिन में करोड़ों रंग देखती हैं उतनी ही हमारी शक्ति खर्च होती है। उन्होंने कुछ विशेष प्रयोगों के माध्यम से सीमन्धर स्वामी के साथ तादात्म्य जोड़ने का अभ्यास कराया। श्वास के माध्यम से फेफड़ों की एक्टिविटी के बारे में बताया। साध्वी संगीतप्रभा जी, साध्वी भव्ययशा जी, साध्वी शिक्षाप्रभा जी ने 'डिजिटल डिटॉक्स पचरंगी कराई' गीतिका तथा तपस्विनी बहन हेमा पोरवाड़ की 31 की तपस्या पर अनुमोदना में गीतिका प्रस्तुत की।