अणुव्रत भवन के द्वितीय तल का उद्घाटन
अणुव्रत भवन के द्वितीय तल के पुनर्निर्माण की संपन्नता पर साध्वी कुन्दनरेखा के सान्निध्य में अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास के तत्वावधान में भव्य लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर कन्हैयालाल पटावरी द्वारा उद्घाटन किया गया, और साध्वी कुन्दनरेखा व अन्य साध्वियों ने मंगलपाठ किया। प्रधान न्यासी के. सी. जैन ने अपने भाषण में कहा कि गुरुदेव श्री तुलसी द्वारा प्रदत्त अणुव्रत हमारा रक्षा कवच है और यह भवन आचार्य तुलसी, महाप्रज्ञ एवं महाश्रमण जैसे महापुरुषों की चरण धूलि से पवित्र है। उन्होंने भवन के कक्षों का भी उल्लेख किया और बताया कि श्रावक समाज की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस तल का निर्माण हुआ है। मांगीलाल सेठिया ने सभी को बधाई दी, और अनिल अग्रवाल ने अणुव्रत भवन को घर जैसा बताते हुए तेरापंथ समाज की प्रशंसा की। सुखराज सेठिया ने कहा कि अणुव्रत भवन दिल्ली का हृदय है और इसका नवीनीकरण तेरापंथ के विकास का प्रतीक है। साध्वी कुन्दनरेखा ने कहा कि अणुव्रत आंदोलन मानवीय मूल्यों को प्रतिष्ठित करता है और विसर्जन का सूत्र अनासक्ति का संदेश देता है। कार्यक्रम का संचालन शांति जैन ने किया और आभार ज्ञापन डालमंचन्द बैद ने किया। साध्वी सौभाग्ययशाजी और साध्वी कल्याणयशाजी ने गीत प्रस्तुत किया।