हर दंपत्ति को एक दूसरे का पूरक बनना चाहिए

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हर दंपत्ति को एक दूसरे का पूरक बनना चाहिए

मुनि सुधाकर कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, रायपुर द्वारा पटवा भवन में ‘तुम्हारे लिए’ विषयक दंपत्ति कार्यशाला का आयोजन किया। मुनिश्री ने विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए कहा स्वस्थ परिवार ही स्वस्थ समाज एवं राष्ट्र का आधार है। उसके लिए पति-पत्नी के रिश्ते में आपसी पवित्रता एवं सुदृढ़ता जरूरी है। दांपत्य जीवन में टकराव के मुख्य पांच कारण हैं-असंयम, आवेश, अभिमान, असंतुलन एवं अविवेक।
रिश्तों को मधुर बनाने के लिए संकीर्णता की भावना को त्याग कर विवेक चेतना को जागृत रखना चाहिए। मुनिश्री ने युवा दंपतियों को अध्यात्म और संयम के छोटे-छोटे प्रयोग करने की प्रेरणा दी। आयोजित समारोह में मुनिश्री ने आगे कहा आज बिखरते परिवार और चिटकते रिश्तों से सामाजिक एवं मानवीय मूल्यों का हनन हो रहा है। रिश्तों की डोर को सुदृढ़ बनाने के लिए हर दंपत्ति को एक दूसरे का पूरक बनना चाहिए। मुनि सुधाकर जी ने सप्तवचन, अन्न, बल, धन, दुख, परिवार, मित्रता एवं एकांतचर्या की सुंदर व्याख्या की। मुनि नरेशकुमार जी ने गीतिका का संगान किया।
इस अवसर पर अनीता नाहर ने 24, पायल नाहर ने 23, जय कुमार जैन ने 24, धृति दुग्गड ने 24, कमल ललवानी ने 17, प्रकाश चंद बाफना ने 16 और राखी गोलछा ने 10 की तपस्या का प्रत्याखान किया। रायपुर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष तरुण नाहर ने अपने वक्तव्य में सभी धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं का स्वागत किया एवं कार्यशाला की रूपरेखा के बारे में अधिक जानकारी दी। कार्यशाला के प्रायोजक बी.एल. जैन, राहुल जैन, विक्रम जैन, एवं विपुल जैन का सम्मान किया गया। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, रायपुर की टीम ने सुंदर मंगलाचरण गीतिका की प्रस्तुति दी। प्रोग्राम का कुशल संचालन एवं आभार रायपुर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के सचिव अरुण सिपानी ने किया।