चित्त समाधि शिविर का आयोजन
जसोल। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मंडल जसोल द्वारा मुनि यशवंतकुमार जी ठाणा 2 के सान्निध्य में ‘चित्त समाधि शिविर’ का आयोजन किया गया। मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र उच्चारण से शिविर का शुभारम्भ किया गया। उपासिका मोहनी देवी संकलेचा ने मंगल भावना के संगान के साथ उनके अर्थ भी बताए। रक्षा सालेचा ने शारीरिक, मानसिक तनाव को कम करने और मन शांत करने के लिए आसन, प्राणायाम के प्रयोग बताए। नीतू सालेचा ने प्रेक्षा ध्यान, क्षमा और मैत्री की अनुप्रेक्षा का प्रयोग करवाया। चंदा चोपड़ा ने घर में शांति का वातावरण बनाने के विषय में अपने विचार व्यक्त किए। मुनि यशवंत कुमार जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमें अपनी वजह से किसी को दुख हो, ऐसा काम करने से बचना चाहिए। कर्म किसी को नहीं छोड़ता है। बाहर रहकर भीतर की साधना में लगाने चाहिए। हर वस्तु की सीमा करनी चाहिए ताकि हमारे व्रतों में बढ़ोतरी हो सके। अध्यक्ष कंचन देवी ढ़ेलडिया ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष जयश्री सालेचा ने किया।