चित्त समाधि शिविर का शुभारंभ
अमराईवाडी। अभातेममं के तत्वावधान में चित्त समाधि शिविर का आयोजन साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में अमराईवाडी सिंघवी भवन में किया गया। साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष लक्ष्मी सिसोदिया ने सभी का स्वागत किया। साध्वी काव्यलता जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि चित्त समाधि जीवन की उपलब्धि है इसके लिए अंत: करण को प्रसन्न रखें, निर्मलता, उज्जवलता को जीवन का कवच बनाएं। वही व्यक्ति चित्त को समाधि में रख सकता है जो सहना सीखे, रहना सीखे, हंसना सीखे, साथ ही परिवार में सामंजस्य एवं मैत्री का प्रयोग करे। अल्पभाषिता के द्वारा अपनी उपयोगिता परिवार में सिद्ध करें। साध्वी ज्योतियशा जी ने मंगल भावना की सुंदर व्याख्या कर उसे जीवन का सहचर बनाने की प्रेरणा दी। साध्वी सुरभिप्रभा जी ने महाप्राण ध्वनि एवं जप का प्रयोग करवाया। साध्वी सुरभिप्रभा जी व साध्वी राहतप्रभा जी ने मधुर गीत का संगान कर परिषद को भाव विभोर कर दिया।