चित समाधि शिविर का आयोजन
आमेट। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार, आमेट महिला मंडल द्वारा तेरापंथ सभा भवन में साध्वी विशद प्रज्ञा जी ठाणा 4 के सान्निध्य में चित समाधि शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र और मंगलाचरण से हुई। साध्वी मननयशा जी ने चित समाधि का महत्व समझाते हुए जीवन में शांति और सादगी के संकल्प लेने पर जोर दिया। साध्वीश्री जी ने मंगल भावना, जप योग और प्रेक्षाध्यान का अभ्यास करवाया। इसके बाद, महिला मंडल की बहनों ने बुजुर्गों की सेवा और धर्म के महत्व पर एक नाटक प्रस्तुत किया। साध्वी मंदारप्रभा जी ने कहा कि बाहरी परिस्थितियों को बदलना संभव नहीं हो तो मन की स्थिति को बदलना चाहिए। साध्वी विशदप्रज्ञा जी ने वृद्धावस्था में जिम्मेदारियों से मुक्त होकर, मधुर व्यवहार और उपयोगिता सिद्ध करने की सलाह दी। साध्वी प्रशमयशाजी ने उपस्थित लोगों से ढलती उम्र में जीवन के परिवर्तन और चित समाधि के रहस्य पर प्रश्न किए, जिनका मार्मिक उत्तर प्राप्त हुआ। आभार अनिता छाजेड़ ने व्यक्त किया और कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री हेमलता भंडारी ने किया। इस कार्यक्रम में श्रावक-श्राविकाओं की अच्छी उपस्थिति रही।