पर्युषण महापर्व अहंकार से अर्हम की यात्रा
विजयनगर-बैंगलोर
महापर्व पर्युषण पर्व का प्रथम दिवस खाद्य संयम दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। महिला मंडल की ओर से मंगलाचरण किया गया। साध्वीश्री जी ने खाद्य संयम दिवस पर कहा कि मनुष्य का शरीर संयम व नियम पर चलने पर व संतुलित आहार करने पर स्वास्थ्य प्राप्त होता है। साध्वी आस्थाश्री जी ने तीर्थंकरों के विशेष गुणों का वर्णन किया। साध्वी धैर्यप्रभा जी ने खाद्य संयम दिवस की विशेषता पर प्रकाश डाला। साध्वी विज्ञप्रभा जी ने संतुलित आहार और पौष्टिक आहार का पूर्ण रूप से ज्ञान अवगत करवाया।
इस अवसर पर सभा अध्यक्ष राजेश चावत ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में तेरापंथी सभा, तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारी उपस्थित थे। संचालन साध्वी आस्थाश्री जी ने किया।
स्वाध्याय दिवस : द्वितीय दिवस स्वाध्याय दिवस के रूप में मनाया गया। साध्वीश्री जी ने स्वाध्याय दिवस पर कहा स्वा यानी स्वयं अध्याय यानी आत्मा के प्रति जागृत होना। बाहर की चकाचौंध दुनिया से विमुख होकर अपने भीतर आत्मा को जानना वही स्वाध्याय है। भीतर की चेतना को जगाना व आत्मा का विकास करना। साध्वी धैर्यप्रभा जी ने स्वाध्याय गीतिका के माध्यम से सभा को उद्बोधित किया। इस अवसर पर अर्हम भवन के अध्यक्ष बहादुर सेठिया ने सभी का स्वागत किया। प्रतिक्रमण पुस्तक के प्रायोजक परिवार से मदन एवं कैलाश बोराणा ने साध्वीश्री को पुस्तक भेंट की। इस अवसर पर सभा अध्यक्ष राजेश चावत, सभा परिवार तेयुप, महिला मंडल के सदस्य उपस्थित थे। संचालन साध्वी आस्थाश्री जी ने किया।
सामायिक दिवस : तृतीय दिवस सामायिक दिवस पर साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में कार्यक्रम की शुरुआत विजय स्वर संगम के मंगलाचरण से हुई। तत्पश्चात साध्वी आस्थाश्री जी द्वारा अभिनव सामायिक का विधिवत आगाज किया। स्वाध्याय के प्रयोग सर्वप्रथम साध्वी विज्ञप्रभा जी द्वारा प्रेरणा पाथेय प्रदान किया गया। साध्वी प्रमिला कुमारी जी द्वारा स्वाध्याय करवाया गया। इस अवसर पर अभातेयुप के राष्ट्रीय निवर्तमान अध्यक्ष विमल कटारिया, निवर्तमान संगठन मंत्री पवन मांडोत, पूर्व अध्यक्ष महेंद्र टेबा, अशोक कोठारी, उपाध्यक्ष क्रमश: मनोज बरड़िया, प्रवीण गन्ना, मंत्री विकास बांठिया, सहमंत्री कमलेश चोपड़ा, हितेश भटेवरा एवं सभी परिषद के साथियों के साथ-साथ तेरापंथ सभा, तेयुप, महिला मंडल के सभी पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित रहे।
वाणी संयम दिवस : वाणी संयम दिवस पर कन्या मंडल की ओर से मंगलाचरण किया गया। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने वाणी संयम पर कहा कि व्यक्ति को सोच-समझकर बोलना चाहिए। आवश्यक होने पर बोलना चाहिए, निवेदन की भाषा में बोलना चाहिए। साध्वी धैर्यप्रभा जी ने उदाहरण द्वारा वाणी विवेक के महत्त्व को बताया। इस अवसर पर महासभा राष्ट्रीय सहमंत्री प्रकाश चंद लोढ़ा ने अपने विचार व्यक्त किए। अध्यक्ष राजेश चावत एवं मंत्री मंगल कोचर ने अपनी भावना व्यक्त की। सभा, तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
अणुव्रत चेतना दिवस : अणुव्रत चेतना दिवस पर किशोर मंडल की ओर से मंगलाचरण हुआ। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने भगवान महावीर के 27 भव का विस्तार से वाचन किया। साध्वी धैर्यप्रभा जी ने अणुव्रत गीतिका से सभी को भाव-विभोर किया। इस अवसर पर सभा मंत्री मंगल कोचर, तेयुप मंत्री विकास बांठिया, महिला मंडल सुमित्रा बरड़िया ने अपनी भावना व्यक्त की। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा, तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारी उपस्थित थे।
जप दिवस : साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में जप दिवस के अवसर पर ज्ञानशाला की ओर से मंगलाचरण हुआ। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने उद्बोधन दिया। सभा अध्यक्ष राजेश चावत ने गीत के स्वरों से तपस्वियों की अनुमोदना की। तेयुप के अध्यक्ष अमित दक, महिला मंडल के अध्यक्ष प्रेम भंसाली ने भी अभिनंदन किया। आभार ज्ञापन सभा मंत्री मंगल कोचर ने किया। सभा, तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।
ध्यान दिवस : साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में ध्यान दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। प्रेक्षाध्यान साधक की ओर से मंगलाचरण हुआ। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने उद्गार व्यक्त किए। साध्वी आस्थाश्री जी ने 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ का वर्णन किया। साध्वी विज्ञप्रभा जी ने ध्यान के महत्त्व को बताया। कार्यक्रम में सभा, तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारी उपस्थित थे।
संवत्सरी पर्व : साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में पर्युषण पर्व संवत्सरी उत्साह के साथ मनाया गया। तेरापंथ सभा, तेयुप, महिला मंडल द्वारा संयुक्त रूप से मंगलाचरण हुआ। साध्वी प्रमिला कुमारी जी ने संवत्सरी महापर्व के दौरान हम सभी को क्षमा करें एवं अपने मन को शांत करें। साध्वी विज्ञप्रभा जी ने भगवान महावीर के जीवन-दर्शन के बारे में बताया। इस अवसर पर तेयुप, महिला मंडल के पदाधिकारी उपस्थित थे।
क्षमापना दिवस : साध्वी प्रमिला कुमारी जी के सान्निध्य में पूज्यप्रवर आचार्यश्री महाश्रमण जी, असाधारण साध्वीप्रमुखाश्री जी, शहर में विराजित साध्वी लावण्यश्री जी, शासनश्री साध्वी कंचनप्रभा जी के प्रति खमतखामणा करते हुए कार्यक्रम में साध्वीश्री जी ने उपस्थित सभी श्रावक समाज के प्रति भी खमतखामणा किया। साध्वी आस्थाश्री जी ने भी इस अवसर पर अपनी भावना प्रेषित करते हुए सभी के प्रति खमतखामणा किया। साध्वी धैर्यप्रभा जी ने खमतखामणा किया।
इस अवसर पर सभा अध्यक्ष राजेश चावत, मंत्री मंगल कोचर, तेयुप अध्यक्ष अमित दक, मंत्री विकास बांठिया, महिला मंडल अध्यक्षा प्रेम भंसाली, मंत्री सुमित्रा बरड़िया ने अपनी संपूर्ण टीम एवं सभी श्रावक समाज को खमतखामण किया। पर्युषण महापर्व संयोजक उम्मेद नाहटा, अर्हम मित्र मंडल अध्यक्ष बहादुर सेठिया, अभातेयुप निवर्तमान अध्यक्ष विमल कटारिया, वर्तमान कोषाध्यक्ष दिनेश पोखरना, बरखा पुगलिया, मधु कटारिया ने सभी के प्रति क्षमायाचना की। सभा, परिषद, महिला मंडल के सभी पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे। संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश दुधोड़िया ने किया।