भिक्षु चरमोत्सव

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भिक्षु चरमोत्सव

फारबिसगंज
साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभा जी के सान्‍निध्य में 219वाँ चरमोत्सव कार्यक्रम तीन चरणों में मनाया गया। कार्यक्रम के पहले चरण में डॉ0 साध्वी पीयूषप्रभा जी ने तेरापंथ के आद्य प्रवर्तक आचार्यश्री भिक्षु के प्रेरणादायी जीवन, उनके सिद्धांत एवं उनके दर्शन पर प्रकाश डाला। साध्वी भावना कुमारी जी ने उस युग और इस युग की परिकल्पना करते हुए कविता प्रस्तुत की। साध्वी सुधा कुमारी जी ने गीत प्रस्तुत किया। महासभा से नेपाल प्रभारी अनूप बोथरा ने गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का दूसरा चरण तपाभिनंदन का कार्यक्रम रहा। इस अवसर पर अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का तीसरा चरण तेयुप, फारबिसगंज के द्वारा आयोजित ‘एक शाम भिक्षु के नाम’ रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ शनिवारीय सामायिक में तेरापंथ प्रबोध से हुआ। साध्वी पीयूषप्रभा जी ने स्वरचित गीत गाकर अपनी श्रद्धा व्यक्‍त की। तेयुप के अध्यक्ष आलोक सेठिया ने स्वागत भाषण दिया। साध्वी सुधा कुमारी जी ने गीत से भवन को गुंुंजाया वहीं साध्वी दीप्तियशा जी ने स्वरचित गीत से भिक्षु स्वामी के जयकारे लगाए। आकर्षण का केंद्र विराटनगर से समागत सुमधुर गायिका मोना नौलखा रही। फारबिसगंज से विभिन्‍न गायक सरिता सेठिया, नीलम बोथरा, निर्मल सेठिया, दीपक समदरिया, ललित सुमित डागा, हेमंत गोलछा, आशीष बैद, भाग्यश्री डागा, कन्या मंडल, कल्पना सेठिया आदि ने प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला के बच्चों में भाविका सेठिया, आस्था बोथरा, वंशिका सेठिया, अंशु और मयंक बोथरा ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी दीप्तियशा जी ने एवं तेममं की मंत्री समता दुगड़ ने किया। आभार ज्ञापन तेयुप के निवर्तमान अध्यक्ष रजनीश बेगवानी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभा के मंत्री सुमन डागा और कोषाध्यक्ष मुकेश राखेचा का सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम में सभा के अध्यक्ष निर्मल मरोठी, महिला मंडल की अध्यक्षा कुसुम भंसाली और अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रभा सेठिया की विशेष उपस्थिति रही।