31वें विकास महोत्सव के विविध कार्यक्रम

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31वें विकास महोत्सव के विविध कार्यक्रम

समाधि केंद्र बीदासर में 31वें विकास महोत्सव कार्यक्रम में केन्द्र व्यवस्थापिका साध्वी कार्तिकयशाजी ने कहा कि आचार्य तुलसी विकास पुरूष थे, उन्होंने स्वयं का विकास किया एवं संघ में भी विकास को नए-नए आयाम उद्घाटित किए। आचार्य तुलसी कहते थे कि मेरे पास चार मंत्री हैं - विवेक मेरा शिक्षामंत्री, साहस मेरा रक्षा मंत्री, पुरूषार्थ मेरा अर्थमंत्री एवं आत्मचिंतन मेरा गृहमंत्री। ये चारों जिसके पास होते हैं वही विकास कर सकता है। इस अवसर पर 'शासनश्री' साध्वी कुलप्रभाजी, 'शासनश्री' साध्वी विमलप्रभाजी, साध्वी जयंतयशाजी एवं साध्वी खुशीप्रभाजी ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी। 'शासनश्री' साध्वी अमितप्रभाजी ने कहा कि आचार्यश्री तुलसी ने साध्वियों के विकास पर बल दिया एवं नया मोड़ अभियान से महिला समाज को भी कुरूढि़यों से दूर किया। कार्यक्रम का मंगलाचरण साध्वीवृंद ने सुमधुर गीतिका द्वारा किया। कार्यक्रम का कुशल सचालन साध्वी नम्रताश्रीजी ने किया।