31वें विकास महोत्सव के विविध कार्यक्रम
साध्वी मधुस्मिताजी के सान्निध्य में गुरूदेव तुलसी का पट्टोत्सव विकास महोत्सव के रूप में मनाया गया। साध्वी मधुस्मिता जी ने कहा कि मेरी शिक्षा, दीक्षा गुरूदेव के कर कमलों से हुई, मुझे उन्होंने ही तराशा। आपने जीवन में दो हाथों से जो काम किए वे काम लाखों हाथ मिलकर भी नहीं कर सकते। आपने समाज में निहित कुरूतियों को खत्म किया, नारी जगत का उद्धार किया, हिंदी, प्राकृत, संस्कृत भाषा का संघ में विकास किया। आपकी विकास गाथा को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। साध्वी प्रदीपप्रभा जी कहा कि गणाधिपति गुरूदेव तुलसी ने संघ को गति, प्रगति देकर नई दिशा दी। आप व्यक्ति निर्माता पुरुष थे, आपने संघ में अनेक लोगों का निर्माण कर उद्धार किया। वरिष्ठ श्रावक बाबूलाल सेखानी, राजेंद्र बोथरा, संतोष सुराणा, सभा अध्यक्ष सुरेश दक, TPF से मिनी कोठारी ने गुरूदेव तुलसी की अभिवंदना में अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का संचालन साध्वी सहजयशा जी ने किया।