मासखमण तपस्वियों का अभिनंदन समारोह हुआ आयोजित

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मासखमण तपस्वियों का अभिनंदन समारोह हुआ आयोजित

साध्वी संगीतश्रीजी के सान्निध्य में सुजानगढ़ निवासी, दिल्ली प्रवासी हनुमानमल सेठिया व श्रीडुंगरगढ़ निवासी, दिल्ली प्रवासी ज्योति अशोक सिंघी के मासखमण तप के उपलक्ष में ओसवाल भवन में अभिनंदन समारोह आयोजित हुआा।
इस अवसर पर साध्वी संगीतश्रीजी ने कहा आत्मबली, शरीरबली व संकल्पबली व्यक्ति ही तपस्या कर सकता है। तपस्या में अनंत शक्ति है। तपस्या से व्यक्ति पुराने पाप कर्मों को खत्म कर देता है। भाई हनुमानमल का जीवन तपमय है। हर वर्ष लम्बी तपस्याएं करते हैं। इन्होंने 10 मासखमण और लंबी तपस्याएं की है, इनका पूरा जीवन तपस्या से ओत: प्रोत है। इनकी धर्मपत्नी सरला बाई ने भी एकासन का मासखमण कर इनका साथ दिया है। इनका पूरा परिवार संस्कारी, धार्मिक है। इसी क्रम में बहन ज्योति जिन्होंने मासखमण पहली बार किया है इनका भी मनोबल बहुत है, तप के महत्व को समझा है।
इस अवसर पर सरला बाई दूगड़ ने 16 का, सरोज निर्मल बोथरा ने 11 का व ममता रवि पगारिया ने 51 आयंबिल (मौन के साथ) का प्रत्याख्यान किया। साध्वी वृंद ने तपस्वी भाई-बहनों के तप की अनुमोदना की।
दिल्ली सभा के महामंत्री प्रमोद घोड़ावत, शाहदरा सभाध्यक्ष राजेन्द्र सिंघी, पूर्वी दिल्ली महिला मंडल अध्यक्ष सरोज सिपानी, गाजियाबाद सभा अध्यक्ष सुशील सिपानी, दिल्ली तेयुप अध्यक्ष एवं टीम, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाएं, पूर्वी दिल्ली तेममं बहनों, ओसवाल समाज अध्यक्ष आनंद बुच्चा, सेठिया परिवार की बहनों, पूजा सेठिया, सिंघी परिवार के भाई-बहन, संजय भटेरा आदि ने अपने विचार, वक्तव्य व गीत से अनुमोदना की।
कार्यक्रम का कुशल संचालन सुरेश भंसाली ने किया।