पराक्रम का प्रतीक होता है युवा
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि जिनेश कुमार जी ठाणा- 3 के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के तत्वावधान में पूर्वांचल स्तरीय युवा सम्मेलन का आयोजन प्रेक्षा विहार में तेरापंथ युवक परिषद् साउथ हावड़ा द्वारा किया गया। सम्मेलन में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष रमेश डागा, महामंत्री अमित नाहटा, मुख्य वक्ता कल्याण परिषद के संयोजक के. सी. जैन, मुख्य अतिथि आई.ए.एस. वैभव चैधरी आदि गणमान्य व्यक्ति विशेष रूप से उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र में 'संगठन और युवा' विषय पर उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा- सामाजिक एवं धार्मिक चेतना के जागरण का एक सशक्त माध्यम है- संगठन। संगठन में शक्ति होती है। शक्ति-शक्ति को आकर्षित करती है। शक्ति व दायित्व बोध के अभाव में अच्छे से अच्छा संगठन भी तिनके की तरह बिखर जाता है| उद्देश्य और दायित्व के साथ चलने वाला छोटे से छोटा संगठन भी आकाशव्यापी ऊँचाईयों को प्राप्त हो सकता है। मुनि श्री ने आगे कहा- युवा स्वर्ग की सच्ची अनुभूति है। युवा समाज का यथार्थ प्रतिबिम्ब है। युवा शक्ति का प्रतीक व ऊर्जा का पुंज है। युवा देश की तकदीर व तस्वीर है। युवा पराक्रम का प्रतीक होता है। वह अपने पुरुषार्थ व पराक्रम के द्वारा असंभव प्रतीत होने वाले कार्य को भी संभव बना देता है। युवा शब्द का अर्थ है वायु की तरह गतिशील होना।
इस अवसर पर मुनि परमानंद जी ने कहा- संगठन में शक्ति होती है। सेवा, संस्कार के कार्य भी तभी हो सकेंगे जब युवा संगठित और एकजुट होंगें। इस अवसर पर मुनि कुणाल कुमार जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। कार्यक्रम उद्घाटन सत्र का प्रारंभ मुनि श्री के नमस्कार महामंत्रोच्चार के साथ हुआ। शाखा परिषदों के अध्यक्ष मंत्रियों द्वारा विजय गीत का संगान किया गया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन कल्याण परिषद् के संयोजक के. सी. जैन ने किया। अ.भा.ते.यु.प. के अध्यक्ष रमेश डागा ने युवा सम्मेलन के उद्घाटन की घोषणा की। स्वागत भाषण तेरापंथ युवक परिषद् साउथ हावड़ा के अध्यक्ष गगनदीप बैद ने किया। साउथ हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के सहमंत्री कपिल धारीवाल ने सभा की ओर से आगंतुकों का स्वागत करते हुए विचार-व्यक्त किये। राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा ने सेवा, संस्कार व संगठन के बारे में जानकारी देते हुए संगठित रहते हुए संस्था के प्रति समर्पित रहकर कार्य करने का आहवान किया। मुख्य वक्ता कल्याण परिषद के संयोजक के. सी. जैन ने युवाओं को प्रकृति के नियमों व श्वास के प्रति जागरूक रहकर धर्मसंघ की सेवा करने की बात कही। मुख्य अतिथि I.A.S. वैभव चौधरी ने कहा- युवापीढ़ी अपने जीवन में धर्म एवं संघ को सुदृढ़ करें। सभी एकजुट होकर एक दूसरे को सहयोग करें। ते.यु.प. एवं किशोर मंडल के सदस्यों ने सुमधुर गीत का संगान किया। अतिथियों एवं प्रायोजको का ते.यु.प. द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी व मंत्री अमित बैगवानी ने किया।
द्वितीय सत्र - संकल्प सत्र (हमारा संकल्प हमारे आयाम) में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में कहा कि पूर्वांचल की सभी परिषदें अधिक सक्रियता के साथ कार्य कर रही हैं। आचार्य तुलसी की दूरगामी सोच थी कि युवा कुछ भी कार्य कर सकता है। इस संस्था में कार्यकर्ताओं का निर्माण होता है। युवक परिषद एक मात्र संस्था है जिसके पास तीस आयाम है। अभातेयुप के पूर्व अध्यक्ष रतन लाल दुगड़ ने बताया कि जब परिषद का निर्माण हुआ तब आचार्य तुलसी से पूछा गया- गुरुदेव हम क्या करें? क्योंकि उस समय कोई कार्य करने को नहीं था और आज कहा जाता है कि हम क्या-क्या करें? अभातेयुप संचेतक अनंत बागरेचा, अभातेयुप सदस्य विकास बोथरा, सुमित छाजेड़, दीप पुगलिया, जय चोरड़िया, राजीव बोथरा, सूर्यप्रकाश डागा ने आयामों के विषय में जानकारी प्रदान की।
अभातेयुप महामंत्री अमित नाहटा ने कहा की हमारा युवक परिषद से जुड़ने का लक्ष्य है कि हम अपने जीवन को और अच्छा कैसे बना सकें। हमारे अंदर वक्तृत्व कला का विकास हो। वर्तमान में फास्ट मनी का चलन आया है, जिससे हमारे युवकों को बचना चाहिए। महामंत्री ने नशामुक्ति, व्यापार, परिवार, स्वास्थ्य आदि विषयों पर प्रकाश डाला। तृतीय सत्र - ऊर्जा सत्र में परिषद के उपाध्यक्ष विक्रम भंडारी ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया एवं अपने उदगार व्यक्त किये। मुख्य वक्ता Life Coach विक्रम सेठिया ने कहा जीवन में हम जो भी पाते हैं वो धर्म से ही प्राप्त होता है। विक्रम ने युवाओं में जोश एवं ऊर्जा का संचार किया। उपस्थित सभी परिषदों का सम्मान किया गया। आभार ज्ञापन सहमंत्री राहुल दुगड़ ने किया एवं संचालन मंत्री अमित बेगवानी ने किया। सम्मेलन को सफल बनाने में उपाध्यक्ष एवं संयोजक विक्रम भंडारी सह संयोजक भानु प्रताप चोरड़िया सहित सम्पूर्ण प्रबंध समिति एवं कार्यसमिति सदस्यों का विशेष श्रम रहा। युवा सम्मेलन में साउथ हावड़ा, उत्तर कलकत्ता, लिलुआ, साउथ कलकत्ता, पूर्वांचल कोलकाता, हिन्दमोटर, कोलकाता मेन, उत्तर हावड़ा, सेंथिया, मुर्शिदाबाद, इस्लामपुर और दिनहट्टा की शाखा परिषदों ने सहभागिता दर्ज की। सम्मेलन में लगभग 200 युवक सहभागी बनें। सम्मेलन प्रारंभ होने से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महामंत्री ने युवा साथियों की उपस्थिति में ध्वजारोहण किया।