आचार्य भिक्षु के 222वें चरमोत्सव पर विविध कार्यक्रम

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आचार्य भिक्षु के 222वें चरमोत्सव पर विविध कार्यक्रम

आराधना आराध्य की - भिक्षु भक्ति क्रार्यक्रम का शुभारंभ मुनि कुलदीप कुमार जी के नमस्कार महामंत्र से हुआ। कार्यक्रम में कांकरोली से समागत सुर स्वर संगम ने सुमुधर भिक्षु गीतों की प्रस्तुति दी। गायक हिम्मत सिंह बाबेल, विनोद बोहरा, ललित बापना, दीपक चोरड़िया, सुनील कोठारी ने सभी को भक्ति में सराबोर किया। मुनि कुलदीप कुमार जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु को समझने का प्रयास करें। उन्होंने महावीर की वाणी को पुनः जीवंत करने का प्रयास किया। स्वामीजी के दर्शन को अपने जीवन में उतारें एवं अपनी आत्मा का कल्याण करें। मुनि मुकुलकुमार जी ने गीत की प्रस्तुति देते हुए कहा कि आचार्य भिक्षु हमारी शक्ति है, गौरव है, हमारा मार्गदर्शन है, हमारे जीवन की अक्षय धड़कन है। आचार्य भिक्षु से उनकी सत्य निष्ठा को समझें, सत्य ही उनकी आत्मा थी। आत्मा ही उनका सत्य था। कार्यक्रम में तेरापंथ फ्रोफेशनल फोरम के राष्ट्रीय महामंत्री मनीष कोठारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवीन चोरड़िया, मुंबई ज़ोन अध्यक्ष कमल मेहता, पदाधिकारी, अणुव्रत महासमिति से विनोद कोठारी, महासभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, अभातेयुप कार्यकारणी सदस्य आदि उपस्थित थे। स्वागत वक्तव्य सभा अध्यक्ष सुरेश डागलिया ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य महाप्रज्ञ विद्या निधि फाउंडेशन के अध्यक्ष कुन्दनमल धाकड़, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं आदि का सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के संयोजक अशोक धींग, सुखलाल सियाल, लतिका डागलिया, मिखील डागलिया ने अथक परिश्रम कर कार्यक्रम का सफल बनाया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सभा मंत्री दिनेश धाकड़ ने किया। आभार युवक परिषद के अध्यक्ष गिरीश सिसोदिया ने किया।