निष्पत्ति पूर्ण रहा सीपीएस ट्रेनर्स कॉनक्लेव 'क्षितिज'

संस्थाएं

निष्पत्ति पूर्ण रहा सीपीएस ट्रेनर्स कॉनक्लेव 'क्षितिज'

अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद सूरत द्वारा सीपीएस ट्रेनर्स कॉनक्लेव 'क्षितिज-Beyond Limits' का आयोजन किया गया। नमस्कार महामंत्र के समुच्चारण के पश्चात राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा ने दो दिवसीय इस कार्यक्रम के उद्घाटन की घोषणा करते हुए सभी को क्षितिज तक उड़ान भरने की प्रेरणा दी। परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी ने सभी को आशीर्वाद देते हुए फरमाया कि वक्तृत्व कला का बाह्य भाग है हाव-भाव, वाक्-शैली आदि, परंतु आंतरिक भाग है ज्ञान, सभी प्रशिक्षक अपने ज्ञान को निरंतर बढ़ाते रहें। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीपीएस कार्यशालाओं और अन्य प्रशिक्षणों की जानकारी निवेदित की।
राष्ट्रीय प्रभारी दिनेश मरोठी ने दो दिवसीय कॉनक्लेव की विषय की रूपरेखा देते हुए बताया कि इस कॉनक्लेव में उपस्थित 56 प्रशिक्षकों में से 40 से अधिक प्रशिक्षक बारह व्रती बने हैं। मुख्य प्रशिक्षक अरविन्द मांडोत ने कहा कि सीपीएस प्रशिक्षक धर्मसंघ के अतिरिक्त अनेक सरकारी, व्यावसायिक और शैक्षणिक संस्थानों में निरंतर प्रशिक्षण देकर धर्म संघ की प्रभावना
कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय प्रशिक्षक के रूप में उत्तीर्ण हुए अखिल मारू, अनिला सेठिया, अरविंद पोखरना, चिराग पामेचा, दिनेश मरोठी, महावीर भटेवरा, भव्य बोथरा, प्रीति धाकड़, मनीषा सेठिया, विवेक संकलेचा और विनीत सिंघवी के नामों की घोषणा की। आचार्य प्रवर के समक्ष इन राष्ट्रीय प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र भेंट किए गए और 24 ज़ोनल ट्रेनर्स के नामों की घोषणा की गई।
अभातेयुप के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक मुनि योगेश कुमार जी ने कहा कि प्रशिक्षक स्वयं को केवल सीपीएस तक ही सीमित नहीं करें अपितु तेरापंथ धर्मसंघ की प्रभावना के लिए उपासक, प्रवक्ता और विविध विषयों पर निरंतर प्रशिक्षण में लगे रहें । मुनिश्री ने सभी प्रशिक्षकों को निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
कॉनक्लेव में मुनि जागृत कुमार जी ने प्रेरणा देते हुए कहा कि इच्छाएं अपरिमित हैं परंतु जरूरतें सीमित हैं। हमें इच्छाओं को नहीं आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर कार्य करना चाहिए। प्रशिक्षण सत्र के प्रारंभ में सूरत परिषद् अध्यक्ष अभिनंदन गादिया ने सभी का स्वागत करते हुए शुभकामनाएँ दी। इस सत्र में उपाध्यक्ष जयेश मेहता, महामंत्री अमित नाहटा, सहमंत्री लक्की कोठारी, संगठन मंत्री अमित सेठिया, मुख्य प्रशिक्षक अरविन्द मांडोत, सीपीएस प्रभारी दिनेश मरोठी, सहप्रभारी सोनू डागा, सलाहकार सतीश पोरवाड़, परिषद् मंत्री सौरभ पटावरी ने सीपीएस और कॉनक्लेव के बारे में भावाभिव्यक्ति दी। इस कॉनक्लेव की मुख्य थीम 'जैनिज़्म इन साइंटिफिक' के आधार पर देशभर से समागत 12 राष्ट्रीय प्रशिक्षकों ने 12 व्रतों को विज्ञान और जीवन से जोड़ते हुए अपनी प्रस्तुति दी और विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया। प्रथम दिन मध्यरात्रि को 2:30 बजे तक सत्र चला और द्वितीय दिवस प्रातः 8 बजे से शाम 5:30 बजे तक कार्यक्रम गतिमान रहा।
कॉनक्लेव के द्वितीय दिवस प्रशिक्षण सत्र के पश्चात मुनि योगेश कुमार जी के सान्निध्य में "सीपीएस वर्तमान और भविष्य" पर समूह चर्चा हुई। इस चर्चा के पश्चात प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग सम्बन्धी कार्यभार दिया गया। सभी प्रोविजनल ट्रेनर्स को मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर सीपीएस राष्ट्रीय और जोनल प्रशिक्षक के प्रमाण पत्र भेंट किए गए। क्षितिज कॉनक्लेव के सफल आयोजन में स्थानीय संयोजक गणेश बंब, कल्पेश जैन सहित सूरत परिषद् के अनेक सदस्यों का विशेष श्रम नियोजित हुआ।