चित्त समाधि कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन
नवरंगपुर। अभातेममं के निर्देशानुसार समणी निर्देशिका जिनप्रज्ञा जी एवं समणी क्षांतिप्रज्ञा जी के सान्निध्य में कैंसर जागरूकता अभियान के तहत चित्त समाधि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समणी जी ने नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरुआत करवाई। समणी जी ने चित्त समाधि के बारे में बताते हुए कहा- उम्र के साथ दृष्टि को भी बदलना चाहिए, पीसफुल लाइफ होना जरूरी है। पीसफुल लाइफ के सन्दर्भ में आठ बातों को समणी जी ने विस्तार से समझाया-डाउटफुल लाइफ नहीं जीना, किसी से ज्यादा अपेक्षा नहीं रखना, आग्रह नहीं करना, दूसरों के गुण देखना, स्थिरीकरण में सहयोग करना, वात्सल्य स्नेह का दान, प्रभावक काम करना आदि। शिक्षा मंत्री नित्यानंद एवं नवरंगपुर से विधायक गौरी माझी ने समणी जी के दर्शन किए। समणी जी ने उन्हें अहिंसा, नैतिकता, नशामुक्ति की प्रेरणा देते हुए एजुकेशन सिस्टम में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों में संस्कार के बीज वपन की प्रेरणा दी।