अनुशासन से विकास का मार्ग प्रशस्त होता है

संस्थाएं

अनुशासन से विकास का मार्ग प्रशस्त होता है

साध्वी रचनाश्रीजी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन न्यू पलासिया में पांच कार्यक्रम आयोजित किए गए - आध्यात्मिक अनुष्ठान, TPF की शपथ विधि, अनुशासन दिवस, तप अभिनंदन, ज्ञानशाला के बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पारितोषिक। इस अवसर पर साध्वीश्री ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अनुशासन से विकास का मार्ग प्रशस्त होता है। अनुशासन व्यक्ति, समाज, राष्ट्र के विकास में सहायक होता है। अनुशासनहीनता विकास में बाधक बनती है। तेरापंथ धर्मसंघ में एक आचार्य के अनुशासना में संभवतः 800 चारित्रात्माओं का समन्वय अनुशासन का सबसे बड़ा उदाहरण है।
इस अवसर पर ब्रह्म कुमारी संस्थान से समागत राजयोगिनी अनिता दीदी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में प्रतिक्षण अनुशासन अनिवार्य है। वर्तमान समय में इच्छाएं बढ़ती जा रही हैं इस कारण मनुष्य का उन पर नियंत्रण नहीं है। नियंत्रण नहीं होने के कारण मनुष्य का जीवन सही दिशा में नहीं जा रहा है। अनुशासन के द्वारा मनुष्य सही दिशा में प्रस्थान कर सकता है। तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के नव मनोनीत अध्यक्ष चंद्रकुमार भटेरा, मंत्री मोहित कोटडिया एवं सम्पूर्ण टीम का शपथग्रहण कार्यक्रम साध्वीश्री के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा तपस्वी अनुराधा धर्मपत्नी अनिल पुगलिया का 75 उपवास की तपस्या के संकल्प के पूर्व तप अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर साध्वीश्री ने तप की महत्ता को उल्लेखित करते हुए कहा - भगवान ने कहा है कि तप के द्वारा तपस्वी यशस्वी वर्चस्वी बनता है। तप करने वाला जीव साक्षात शक्ति प्राप्त करता है। साध्वीश्री ने कहा कि जैन धर्म में व्यक्ति की नहीं अपितु गुणों की पूजा होती हैं इसलिए आज तपस्वी अनुराधा का नहीं वरन् उनके विशिष्ट तप का अभिनंदन किया जा रहा है। पूर्व में भी आपने 27 मासखमण की तपस्या की हुई है।
तपस्या आपके आध्यात्मिक विकास में सहायक बने, यही मंगल भावना है। सहवर्ती साध्वीवृंद द्वारा तपस्वी अनुराधा पुगलिया के तप अनुमोदनार्थ गीतिका का संगान किया गया। तेयुप सदस्यों द्वारा तप अनुमोदनार्थ सामूहिक गीतिका प्रस्तुत की गई। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष निर्मल नाहटा द्वारा वक्तव्य प्रस्तुत किया गया। साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी द्वारा प्रेषित संदेश का वाचन महासभा के आंचलिक प्रभारी निलेश ने किया। तेरापंथ सभा के तप अभिनंदन पत्र का वाचन मंत्री राकेश भंडारी द्वारा किया गया। तपस्विनी अनुराधा पुगलिया का तप अभिनंदन निलेश रांका, तेरापंथ सभा अध्यक्ष निर्मल नाहटा, तेयुप अध्यक्ष अर्पित जैन, महिला मंडल मंत्री मोना बंबोरी, TPF अध्यक्ष चंद्रकुमार भटेरा, अणुव्रत समिति अध्यक्ष मनीष कठोतिया द्वारा साहित्य व अभिनंदन पत्र द्वारा किया गया। संचालन सभा के मंत्री राकेश भंडारी द्वारा किया गया।
पर्युषण महापर्व के अवसर पर ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा साध्वीश्री की प्रेरणा से विभिन्न तपस्या उपवास, एकासन, पौषध, संवर, प्रत्याख्यान आदि किए गए। उन सभी बच्चों को सभा द्वारा पुरुस्कृत किया गया। संचालन ज्ञानशाला प्रशिक्षिका मधु फलोदिया द्वारा किया गया। ज्ञानशाला की समस्त प्रशिक्षिकाओं द्वारा सुव्यवस्थित कार्यक्रम से सभी बच्चों के उत्साह में अभिवृद्धि हुई।