'दायित्व हमारा' कार्यशाला का आयोजन

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'दायित्व हमारा' कार्यशाला का आयोजन

तेरापंथ सभा गांधीनगर द्वारा तेरापंथी महासभा के तत्वावधान में आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी उदितयशाजी के सान्निध्य में बैंगलोर स्तरीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के मंगल उच्चारण द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। महासभा अध्यक्ष मनसुखलाल सेठिया ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। साध्वी उदितयशाजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि तेरापंथ संघ का आधार ही अध्यात्म से जुड़ा है, सभा संस्थाओं को जितना कार्य करना है अपनी व्यवस्थाओं, मर्यादाओं, अनुशासन की परिधि में, गुरु दृष्टि की आराधना को शिरोधार्य कर, अपने शीर्ष नेतृत्व द्वारा प्राप्त निर्देशों की पालना के साथ करना चाहिए। प्रदर्शन से दूर रहकर अपना आध्यात्मिक विकास भी लक्ष्य होना चाहिए। साध्वी संगीतप्रभाजी ने प्रेरणात्मक उद्बोधन के साथ 'संघ शरण में जो भी आया रहता सदा सलामत है' गीतिका का संगान किया। महासभा अध्यक्ष मनसुखलाल सेठिया ने कार्यशाला की अध्यक्षता के साथ अपना सारगर्भित वक्तव्य प्रदान किया। कार्यकर्ताओं की अर्हताओं, सभा के दायित्व, सभा संचालन इत्यादि पर उपस्थित सभा - संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण तथा दिशा निर्देश प्रदान किया। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं द्वारा प्राप्त जिज्ञासाओं का समुचित समाधान भी दिया। महासभा सहमंत्री मुकेश गादिया ने वक्तव्य, दक्षिण आंचलिक संयोजक प्रकाश लोढ़ा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का परिचय तथा तेरापंथ सभा गांधीनगर अध्यक्ष पारमल भंसाली ने स्वागत वक्तव्य दिया। तेयुप बेंगलुरु की भजन मंडली प्रज्ञा संगीत सुधा ने 'संघ बलिदान मांगता है' गीत की प्रस्तुति दी। बैंगलोर की सभी तेरापंथ सभाओं के अध्यक्ष यथा - विजयनगर से मंगल कोचर, यशवंतपुर से सुरेश बरडिया, राजाजीनगर से अशोक चौधरी, टी दासरहल्ली से भगवतीलाल मांडोत, हनुमंत नगर से गौतम दक, होसकोटे से इंद्रचंद धोका, राजराजेश्वरी नगर से राकेश छाजेड़ के साथ आडगुड़ी सभा सदस्य, गांधीनगर ट्रस्ट अध्यक्ष सुशील चोरड़िया, टीपीएफ राष्ट्रीय अध्यक्ष हिम्मत मांडोत, अभातेयुप उपाध्यक्ष पवन मांडोत, निर्वतमान सभा अध्यक्ष कमल सिंह दुगड़, तेयुप अध्यक्ष विमल धारीवाल, तेममं अध्यक्षा रिजु डूंगरवाल, टीपीएफ अध्यक्ष हितेश गिरिया, अणुव्रत समिति अध्यक्ष देवराज रायसोनी, ज्ञानशाला परिवार आदि विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी एवं सदस्य एवं श्रावक-श्राविका समाज ने उपस्थित होकर कार्यशाला को सफल बनाया।
कार्यक्रम के प्रथम चरण का संचालन सभा मंत्री विनोद छाजेड़ ने, द्वितीय चरण का संचालन महासभा कार्यसमिति सदस्य नवनीत मुथा ने तथा आभार महासभा कार्यसमिति सदस्य संजय बांठिया ने किया।