मासखमण तपोभिनंदन समारोह का आयोजन
मासखमण तपस्वी सरोज बोथरा का तपोभिनंदन समारोह ओसवाल भवन के प्रांगण में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्वी दिल्ली महिला मंडल के सुमधुर गीत गायन के साथ हुआ। साध्वी संगीतश्री जी ने कहा - तपस्या कर्म निर्जरा का महान साधन है। तपस्या वह संजीवनी है जिससे व्यक्ति अपनी आधि, व्याधि व उपाधि से ऊपर उठकर समाधिस्थ बन जाता है। तपस्या के द्वारा पुराने पाप कर्मों का क्षय होता है। साध्वी शांतिप्रभा जी, साध्वी कमलविभा जी एवं साध्वी मुदिताश्री जी ने तपस्वी बहन-भाईयों के तप की अनुमोदना की।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के संदेश का वाचन सभा उपाध्यक्ष महावीर दुगड़ ने किया। दिल्ली सभा के अध्यक्ष सुखराज सेठिया, अणुव्रत महासमिति के पूर्व अध्यक्ष अशोक संचेती, शाहदरा सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंघी, निवर्तमान अध्यक्ष पन्नालाल बैद, ओसवाल समाज के अध्यक्ष आनंद बुच्चा, गाजियाबाद सभा मंत्री रमेश बैंगाणी, पूर्वी दिल्ली महिला मंडल संयोजिका शिल्पा बाफना ने अपने विचार व्यक्त किए। रतनी देवी दुधोड़िया, संतोष सेठिया, अशोक बैद, बोथरा एवं बैद परिवार की बहनों आदि ने गीत एवं वक्तव्य से अनुमोदना की। शाहदरा सभा, पूर्वी दिल्ली महिला मंडल ने साहित्य व मोमेंटो से तपस्वियों का सम्मान किया। इस अवसर पर सोनिका जैन एवं दीपक जैन के तप की भी अनुमोदना की गई। कार्यक्रम का संचालन मंत्री सुरेश भंसाली ने किया।