अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के अन्तर्गत विभिन्न आयोजन
अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के दूसरे दिन अहिंसा दिवस का आयोजन स्थानीय राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में किया गया। प्रीति डाकलिया ने अपनी सुमधुर आवाज में अणुव्रत के नियमों पर आधारित गीतिका को मंगलाचरण के रूप में प्रस्तुत किया। इसके बाद प्रेक्षावाहिनी संवाहक एवं तेरापंथी सभा के संगठन मंत्री ओम पुगलिया ने साध्वी प्रगतिप्रभा जी और साध्वी प्रणतिप्रभा जी का परिचय दिया। साध्वी प्रगतिप्रभा जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज उन्हें अपने पुराने विद्यालय में आने का सौभाग्य मिला है, जहाँ से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की थी। उन्होंने अहिंसा दिवस के अवसर पर कहा कि अहिंसा का विकास सर्वप्रथम अपने भीतर से दूसरों के प्रति संवेदना और सहिष्णुता से होता है। साध्वी प्रणतिप्रभा जी ने भी अपने विद्यालय के दिनों और गुरुजनों को याद करते हुए अहिंसा दिवस पर अपने विचार साझा किए। प्रधानाध्यापिका सीमा झांब ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष सूरज प्रकाश ने आज के कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विद्यालय की छात्राओं, शिक्षकों और शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल की मंत्री एवं अणुव्रत समिति की सदस्या सुशीला नाहटा ने किया। अणुव्रत समिति के संरक्षक विजयराज दूगड़, तेरापंथ सभा के मंत्री प्रकाश डाकलिया, तेयुप मंत्री रूपेश सुराणा, महिला मंडल से संगीता डाकलिया, मधु पुगलिया उपस्थित थे।