संगठन यात्रा में जाने महासभा के प्रकल्प
'संस्था शिरोमणि' जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के अध्यक्ष मनसुखलाल सेठिया ने त्रिदिवसीय कर्नाटक यात्रा के अंतर्गत हिरियुर पहुंचकर साध्वी पावनप्रभाजी के दर्शन किए। साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्रोचार के साथ कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। महिला मंडल द्वारा सभा गीत के द्वारा मंगलाचरण किया। मनसुखलालजी सेठिया ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। सभाध्यक्ष जयन्तिलाल चौपड़ा ने स्वागत अभिनन्दन किया। श्रावको को सम्बोधित करते हुए साध्वी पावनप्रभाजी ने कहा - तेरापंथ एक प्राणवान् एवं शक्तिशाली धर्मसंघ है, जहाँ मर्यादा, अनुशासन एवं संगठन इसके प्राणतत्त्व है। तेरापंथ की अनेक संस्थाओं में संस्था शिरोमणि तेरापंथ की मातृ संस्था महासभा है। तेरापंथ के श्रावक-श्राविका सशक्त अंग हैं, आधार स्तंभ हैं।
महासभा द्वारा समय-समय पर सार संभाल होती रहती है। महासभा अध्यक्ष सहित पूरी टीम ने साध्वीश्री से आशीर्वाद तथा प्रेरणा प्राप्त करने के उपरान्त हिरियूर सभा के कार्यकर्ताओं को महासभा के प्रकल्पों की जानकारी देते हुए उन प्रकल्पों को शत प्रतिशत अपने क्षेत्र में अनुपालित कराए जाने सहित संघीय कार्यों से स्वयं को जोड़े रखने के लिए प्रेरित किया। तत्पश्चात कार्यकर्ताओं से वार्तालाप के दौरान उनकी बातों को सुनकर उनकी जिज्ञासाओं को समाहित किया गया। अध्यक्ष सेठिया द्वारा तेरापंथ भवन हिरियूर में नवीनीकृत पुस्तकालय का उद्घाटन भी किया गया। मंत्री देवराज चौपड़ा ने आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन उपाध्यक्ष तेजराज चौपड़ा ने किया। संगठन यात्रा में महासभा के दक्षिण कर्नाटक आंचलिक प्रभारी प्रकाश लोढ़ा, उत्तर कर्नाटक के आंचलिक प्रभारी कमल छाजेड़, महासभा कार्यकारिणी के सदस्य संजय बांठिया भी उपस्थित रहे।