शक्ति संवर्धन का महान् स्रोत : जप अनुष्ठान

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शक्ति संवर्धन का महान् स्रोत : जप अनुष्ठान

मण्डिया। साध्वी संयमलताजी के सान्निध्य में नवान्हिक आध्यात्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ स्थानीय तेरापंथ सभा भवन में हुआ। नमस्कार महामंत्र के साथ अनुष्ठान प्रारम्भ हुआ। साध्वीश्री ने प्रेरणा देते हुए कहा- मंत्र शक्ति को बढ़ाने वाला एवं पर शक्ति से रक्षा करने वाला सशक्त कवच है। मंत्र शक्ति मनुष्य के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। तेरापंथ धर्मसंघ में नवरात्रि में विशिष्ट मंत्रों एवं आगम सूक्तों का जप किया जाता है। ॐ के सम्यक लयबद्ध उच्चारण से मस्तिष्क रोगों का शमन होता है। साध्वीश्री जी ने जप अनुष्ठान कराते हुए शक्ति संवर्धन करने हेतु आह्वान किया। सभी श्रावक-श्राविकाओं ने बड़ी ही लयबद्धता एवं तल्लीनता के साथ जप-अनुष्ठान में भाग लिया। अनुष्ठान में समाज की अच्छी उपस्थिति रही।