दीपावली एवं नव वर्ष पर वृहद मंगलपाठ
साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में खिलौनी देवी धर्मशाला में दीपावली एवं नव वर्ष पर महामंगलकारी वृहद मंगलपाठ का आयोजन हुआ। विशाल जन मेदिनी ने विशिष्ट मंत्रों एवं प्रभावशाली स्तोत्रों के साथ वृहद मंगल-पाठ का श्रवण कर नई ऊर्जा का अनुभव किया। साध्वीश्री ने अपने उद्बोधन में कहा दीपावली प्रकाश का पर्व है। आलोक एवं ज्योति से जीवन को ज्योर्तिमय बनाने का पर्व है। भगवान महावीर का निर्वाण दिवस हम सबके भीतर वीतरागता का दीप प्रज्जवलित करने की प्रेरणा दे रहा है। वीतरागता का महादीप तब प्रज्जवलित होगा जब हमारे मन-मंदिर में समता, मैत्री, करुणा, प्रेम, सौहार्द, मधुरता, सौम्यता, शालीनता, नम्रता के छोटे-छोटे दीप जलेंगे। ये सारे दीप हमारी आत्म-ज्योति को प्रज्जवलित कर सकते हैं। आज हम संकल्प करें, हम प्रतिदिन वीतरागता की ओर बढ़ने का प्रयास करेंगे। यही हमारे जीवन की सार्थकता है। अगर एक कदम भी वीतरागता की ओर बढ़ा तो दीपावली पर्व मनाना सार्थक हो जाएगा।
साध्वीश्री ने दीपावली नव-वर्ष पर लगभग एक घंटे से अधिक जैन स्तोत्रों का उच्च स्वर में उच्चारण किया। विशाल परिषद ने अत्यधिक प्राण-ऊर्जा का अनुभव किया। सभी ने हर्षोल्लास से साध्वीश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। साध्वी डॉ. सुधाप्रभाजी ने मंच संचालन किया। साध्वी कर्णिकाश्री जी, साध्वी डॉ. सुधाप्रभा जी, साध्वी समत्वयशाजी एवं साधवी मैत्रीप्रभा जी ने भगवान महावीर की मंगल स्तुति की। सभाध्यक्ष लक्ष्मीपत भूतोडिया, महासभा उपाध्यक्ष संजय खटेड़, दिल्ली सभा के उपाध्यक्ष विमल बैंगानी, उत्तर दिल्ली महिला मंडल मंत्री इन्द्रा सुराणा ने साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता एवं सबके प्रति शुभकामना व्यक्त की।