तिविहार संथारा प्रत्याख्यान
जसोल। श्रद्धानिष्ठ श्रावक रावतमल तातेड़ सुपुत्र स्व. किशनीराम तातेड़ (शहर वाला) को पूज्यप्रवर की आज्ञा से मुनि यशवंतकुमार जी व मुनि मोक्षकुमार जी ने पारिवारिकजनों व श्रावक समाज की उपस्थिति में तिविहार संथारे का प्रत्याख्यान करवाया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामन्त्र से हुआ। मंगलाचरण कन्या मण्डल जसोल की बहनो द्बारा किया गया। स्वागत भाषण तेरापंथ सभा अध्यक्ष भूपतराज कोठारी ने प्रस्तुत किया। गुरुदेव आचार्य श्री महाश्रमण जी के संदेश का वाचन मोतीलाल जीरावला ने किया। साध्वी रतिप्रभा जी के संदेश का वाचन धनराज तातेड़ ने किया। मुनि यशवंतकुमार जी ने संथारे का महत्व बताते हुए प्रत्याख्यान करवाया। सभा मंत्री धनपत संखलेचा व सह मंत्री कुमारपाल संखलेचा ने गीतिका का संगान किया। पारिवारिक महिलाओं ने भी गीतिका की प्रस्तुति दी। सुरेशकुमार डोसी, उनके पुत्र उषभराज तातेड़, महेंद्रकुमार तातेड़, सुपोत्री डिंपल बागरेचा सहित प्रबुद्धजनों ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का सफ़ल संचालन कान्तिलाल ढ़ेलडिया ने किया।