तपोभिनंदन एवं सम्मान समारोह

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तपोभिनंदन एवं सम्मान समारोह

साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में खिलोनीदेवी धर्मशाला में तेरापंथी सभा पीतम‌पुरा के तत्वावधान में तपोभिनंदन एवं सम्मान समारोह का त्रिआयामी कार्यक्रम आयोजित हुआ। त्रिआयामी कार्यक्रम के अन्तर्गत साध्वीश्री के सान्निध्य एवं प्रेरणा से होने वाले तपस्वियों के तप का अभिनंदन, दिल्ली सभा के अध्यक्ष सुखराज सेठिया एवं उनकी टीम का सम्मान तथा पच्चीस वर्षों से निरंतर पीतमपुरा में चातुर्मासिक स्थान उपलब्ध करवाने वाले सेठ उग्रसेन खिलोनी देवी परिवार का सम्मान समारोह विशाल जनमेदिनी के बीच हर्षोल्लास से मनाया गया। साध्वीश्री ने अपने उद्‌बोधन में कहा- आज तपस्वियों के तप का अभिनंदन एवं सम्मान का कार्यक्रम हो रहा है। तपस्या वह पावक है, जिसमें तपकर आत्मा कुंदन बन जाती है। तपस्या सत्यं शिवं सुदरं का राजमार्ग है। इस राजमार्ग पर वही व्यक्ति प्रस्थित हो सकता है, जिसका आत्मबल व संयम बल प्रबल होता है।
साध्वी श्री ने आगे कहा आज दिल्ली सभा के कुशल नेतृत्व का सम्मान हो रहा है। दिल्ली सभा के नेतृत्व में जाने वाले विशाल संघ की एक बार की अर्ज पर परम पूज्य गुरुदेव श्री ने सन् 2027 का चातुर्मास दिल्ली को प्रदान किया, यह दिल्ली सभा की विशिष्ट उपलब्धि है, दिल्ली सभा के लिए गौरव की बात है। सभाध्यक्ष भाई सुखराज एक चिन्तनशील, व्यवहारकुशल, स्फूर्त एवं ऊर्जावान अध्यक्ष है। मंत्री भाई प्रमोद प्रबुद्ध एवं गंभीर है। वक्तृत्वकला में निष्णात है। पूरी टीम उत्साही एवं सजग है। यह सम्मान आपके दायित्व को बढाने वाला है।
पीतमपुरा सभा सेठ उग्रसेन खिलोनी देवी परिवार का सम्मान कर रही है। यह उनकी गणभक्ति एवं गुरुभक्ति का सम्मान है। इनकी सेवाभावना एवं उदार चिन्तन का सम्मान है, अपने माता पिता से प्राप्त संस्कारों के संवर्धन का सम्मान है। 25 वर्षों से इस प्रांगण में प्रतिवर्ष गुरुकृपा से चातुर्मास प्राप्त हो रहे हैं, यह इस धरती का पुण्योदय है। पीतमपुरा सभा के अध्यक्ष लक्ष्मीपत एवं मंत्री विरेन्द्र बड़े सजग उत्साही, कर्मठ एवं समर्पित हैं। उनकी पूरी टीम कार्य कुशल है। थोड़े से समय में अधिक काम करने वाली है। पारस्परिक सौहार्द मन को प्रसन्नता देने वाला है। यह एकजुटता प्रेरणा-प्रदीप का काम करें।
साध्वी कर्णिकाश्रीजी ने अपने वक्तव्य में कहा- तपस्या स्वास्थ्य की संजीवनी है। तपस्या परमौषधि है। डॉ. साध्वी सुधाप्रभा जी ने विचाराभिव्यक्ति देते हुए कहा- दिल्ली सभा ने जब गुरुदर्शन यात्रा का शंखनाद किया था, यात्रा ध्वज हाथ में लिया था, लगता है उस ध्वज में दिव्य शक्तियां विराजमान थी, उसी की बदौलत उन्हें सन् 2027 का प्रभु चातुर्मास का प्रसाद मिला है। एक अर्ज में चातुर्मास की उपलब्धि पर सभा पीतमपुरा द्वारा सम्मान सभा के लिए गौरव का विषय है। खिलोनी देवी परिवार की सेवा सराहनीय है, सेवा भावना निरन्तर प्रवर्धमान रहे।
साध्वी समत्वयशा जी एवं साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने मंगल संगान किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन पीतमपुरा सभा के मंत्री विरेन्द्र जैन ने किया। दिल्ली सभाध्यक्ष सुखराज सेठिया, भगवान महावीर मेमोरियल समिति के अध्यक्ष के. एल जैन, महासभा के उपाध्यक्ष संजय खटेड, अभातेममं की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुमन नाहटा, जेविभा के उपाध्यक्ष पन्नालाल बैद, पीतमपुरा सभाध्यक्ष लक्ष्मीपत भूतोडिया, मानसरोवर गार्डन सभाध्यक्ष नरेन्द्र पारख, त्रिनगर सभाध्यक्ष संजीव जैन, शालीमार सभाध्यक्ष सज्जन गिरिया, उत्तरमध्य सभाध्यक्ष प्रसन्न पुगलिया ने अपने विचार व्यक्त किए।
इस कार्यक्रम में बीजेपी विधायक विजेन्द्र गुप्ता, आप पार्टी के विधायक सत्येन्द्र जैन एवं बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष पूजा कपिल मिश्रा ने भी अपने भावों की प्रस्तुति देते हुए गुरुदेव के 2027 के चातुर्मास में काम करने की भावना व्यक्त की। सभा के सदस्यों ने त्रि-आयामी कार्यक्रम की साध्वीश्री द्वारा रचित गीत की शानदार प्रस्तुति दी। दिल्ली सभाध्यक्ष सुखराज व उनकी टीम तथा खिलोनी देवी धर्मशाला परिवार तथा तपस्वियों के तप का अभिनंदन प्रशस्ति पत्र व मोमेन्टो द्वारा पीतमपुरा सभा द्वारा सम्मान किया गया।