भगवान महावीर निर्वाणोत्सव एवं दीपावली पर विविध कार्यक्रम

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भगवान महावीर निर्वाणोत्सव एवं दीपावली पर विविध कार्यक्रम

सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक दीपावली पर्व पर सेवा केन्द्र व्यवस्थापिका 'शासनश्री' साध्वी कुंथुश्रीजी ने कहा कि दीपावली प्रकाश का पर्व है। दीप की अवली-पंक्ति नयनाभिराम लगती है। दीया संस्कृति का प्रतीक है, उल्लास का प्रतीक है। इस पर्व में परिमार्जन किया जाता है, बाह्य स्वच्छता के साथ भीतर की स्वच्छता भी होनी चाहिए। आज के दिन भगवान महावीर का निर्वाण हुआ। साध्वी सुमंगलाश्रीजी, साध्वी सुलभयशाजी, साध्वी जीतयशा जी, साध्वी सम्यकत्वप्रभाजी, साध्वी आलोकप्रभाजी द्वारा सुमधुर गीत से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।