धरती के विलक्षण पुरूष गुरूदेव तुलसी

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धरती के विलक्षण पुरूष गुरूदेव तुलसी

साध्वी कनकरेखा जी के सान्निध्य में तेरापंथ के नवमधिशास्ता गणधिपति पूज्य गुरूदेव श्री तुलसी का 111वां जन्म दिवस अणुव्रत दिवस के रूप में तेरापंथ सभा लुधियाना के तत्वाधान में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में अणुव्रत रैली की समायोजना भव्य रूप में की गई। सभा, तेयुप, ज्ञानशाला श्वेत परिधान के साथ व महिला मंडल एवं कन्यामंडल अपने गणवेश में जयनारों के साथ शहर के मुख्य मार्गों में अणुव्रत रैली की शोभा बढ़ा रहे थे। अणुव्रत रैली के परिषद के रूप में परिणत होने पर साध्वी कनकरेखा जी ने कहा- धरती के विलक्षण पुरुष गुरूदेव तुलसी का आज जन्मदिवस अणुव्रत दिवस के रूप में मना रहे हैं। गुरुदेव तुलसी का व्यक्तित्व बहुमुखी था, उनका पवित्र आभामंडल हर व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करता था। उन्होंने छोटी उम्र में कुशल शास्ता बनकर तेरापंथ धर्मसंघ में विकास का मार्ग प्रशस्त किया। संपूर्ण मानवजाति के लिए आपने अनेक अवदान दिए। उनमें एक अणुव्रत आंदोलन का सूत्रपात, जो जाति, वर्ण, लिंग भेद से सर्वथा मुक्त आयाम है। झोंपड़ी से लेकर राष्ट्रप्रति भवन तक जिसकी गूंज पहुंची।
इस अवसर पर लुधियाना क्षेत्र के विधायक अशोक पारासर ने अपने भाषण में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए गुरूदेव तुलसी को अपनी श्रद्धा भक्ति अर्पित की। साध्वी गुणप्रेक्षाजी ने अपनी भावाभिव्यक्ति प्रस्तुत की। साध्वी संवरविभा जी व साध्वी हेमंतप्रभा जी ने तुलसी म्युजियम की सुंदर प्रस्तुति के साथ गीत प्रस्तुत किया। कन्या मंडल ने तुलसी साहित्य विज्ञापन की रोचक अभिव्यक्ति व ज्ञानशाला के कलाकारों की अभिनव प्रस्तुति दी। सभाध्यक्ष धीरेज सेठिया, तेयुप अध्यक्ष उज्जवल धारीवाल, महिला मंडल मंत्री श्रद्धा दूगड, संजय बरड़िया, महिला मंडल आदि ने गीत, कविता, वक्तव्य द्वारा अपने विचार रखे। हितजा बैद ने अट्ठाईस तप का प्रत्याख्यान किया। निकिता डुंगरवाल ने मंच का संचालन किया।