61 दिन के तपस्वी के तप का अभिनंदन

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61 दिन के तपस्वी के तप का अभिनंदन

आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी संगीतश्री जी के सान्निध्य में ओसवाल भवन में तपस्वी बिमल बैद के 61 दिन की तपस्या के तपोभिनंदन कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम का प्रारम्भ पूर्वी दिल्ली महिला मंडल की बहिनों के अनुमोदना गीत से हुआ। साध्वीश्री जी ने कहा- पूरी दिल्ली में इस चातुर्मास में 61 दिन की तपस्या करने वाला भाई बिमल जी है। इन्होंने हद हिम्मत के साथ इतनी लम्बी तपस्या की है। इनका मनोबल इतना मजबूत है कि मुझे लम्बी तपस्या करनी तो करनी। तप करना शूरवीरों का काम है, कायरों का नहीं। कायर व्यक्ति कभी तप में आगे नहीं बढ़ सकते। इस भोगवादी संस्कृति में भूखा रहना यानि तपस्या करना बहुत बड़ी बात है। खाने का संयम वही कर सकता है जिन्होंने अपनी रसनेन्द्रिय पर संयम कर लिया हो, भाई बिमल ने बड़े ही साहस का कार्य किया है। तपस्या आत्म ज्योति का महान् साधन है।
इसी क्रम में साध्वी शांतिप्रभा जी, साध्वी कमलविभा जी व साध्वी मुदिताश्री जी ने तपस्वी के तप की अनुमोदना की। शाहदरा सभा उपाध्यक्ष महावीर दुगड़ ने साध्वी प्रमुखाश्री जी के संदेश का वाचन किया। अनुमोदना के क्रम में दिल्ली सभा अध्यक्ष सुखराज सेठिया, महामंत्री प्रमोद घोड़ावत, अणुविभा की संगठन मंत्री डॉ. कुसुम लूनिया, शाहदरा सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंघी, पूर्वी दिल्ली महिला मंडल की अध्यक्षा सरोज सिपानी, तेयुप दिल्ली के अध्यक्ष राकेश बैंगानी, ओसवाल समाज के अध्यक्ष आनंद बुच्चा, निवर्तमान सभाध्यक्ष पन्नालाल बैंद, तपस्वी परिवार की ओर से मनोज बैद, सुशील तातेड़ आदि ने तपस्वी भाई के तप की अनुमोदना की। पूर्वी दिल्ली महिला मंडल की बहिनों ने रोचक लघुनाटिका प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री सुरेश भंसाली ने किया। शाहदरा सभा व पूर्वी दिल्ली तेममं द्वारा तपस्वी का स्वागत किया।