व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में ‘दाम्पत्य जीवन कैसे बनें सुखी’ संगोष्ठी का आयोजन
जयपुर
अभातेयुप के तत्त्वावधान में तेयुप द्वारा व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में ‘दाम्पत्य जीवन कैसे बने सुखी’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन मुनि सुमति कुमार जी एवं मुनि जयकुमार जी के सान्निध्य में महावीर साधना केंद्र, जवाहर नगर में किया गया। तेयुप के अध्यक्ष राजेश छाजेड़ ने कार्यशाला में उपस्थित आगंतुकों का स्वागत किया।
कार्यशाला का शुभारंभ मुनि सुमति कुमार जी ने नमस्कार महामंत्र का संगान करके करवाया। विजय गीत का संगान तेयुप, जयपुर के सदस्यों द्वारा किया गया। मुनिश्री ने कहा कि दाम्पत्य जीवन में सामंजस्य रखकर वीतरागता की ओर बढ़ा जा सकता है। मुनि जयकुमार जी ने कहा कि परिवार में सामंजस्य धैर्य, आस्था व विश्वास के साथ रखा जा सकता है। मुनि देवार्य कुमार जी ने अपने विचार प्रकट किए। अभातेयुप महामंत्री मनीष दफ्तरी ने विचार व्यक्त किए। मुख्य वक्ता दिनेश बुरड़ ने बताया कि दाम्पत्य जीवन में सफलता आपसी सद्भावना भावना से एक-दूसरे को समझने के भाव रखकर, मान-सम्मान का ख्याल रखते हुए परस्पर सौहार्द से रखी जा सकती है। सोनल पिपाडा ने गीतिका का संगान किया। मुख्य अतिथि का सम्मान तेयुप, जयपुर एवं तेरापंथ संघ जवाहरनगर के द्वारा किया गया। मंत्री सुरेंद्र नाहटा ने बताया कि इस अवसर पर अभातेयुप से लक्की कोठारी, सुनील चंडालिया, देशर भर से पधारे हुए सरगम टीम के सदस्य, कल्याण मित्र श्रावक राजकुमार बरड़िया व पूर्व अध्यक्ष श्रेयांस पारख आदि अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यगण उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक हर्ष छाजेड़ व गौतम बरड़िया सहित तेयुप, जयपुर के सदस्यों का उल्लेखनीय श्रम रहा। कार्यक्रम का संचालन निवर्तमान अध्यक्ष श्रेयांस बैंगानी ने किया। आभार ज्ञापन गौतम बरड़िया ने किया।