ऐतिहासिक चातुर्मास अविस्मरणीय रहेगा
आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या डॉ. साध्वी परमयशाजी के सान्निध्य में मंगल भावना समारोह के कार्यक्रम का समायोजन हुआ। साध्वीश्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि असली अमीर वे होते हैं जिनके पास अध्यात्म की दौलत होती है। लोग दवाओं की ताकत पर भरोसा करते है, जहां दवा काम नही करती वहां दुआ चमत्कार कर देती है। उदयपुर में शुद्ध हवा, दवा और दुआ का त्रिवेणी संगम है। हमने अनुभव किया कि उदयपुर वासियों ने सब कुछ यूनिक कर दिखाया है। गुरू कृपा से आपने जिनशासन का गौरव बढाया है। भक्तों ने भिक्षु शासन का कीर्ति ध्वज लहराया है। यह साताकारी क्षेत्र है और चारित्रात्माओं की सेवा के कोई प्रति जागरूकता अनुकरणीय है।
आपने आगे कहा कि 3 V विद्या, विनय, विवेक से हर इंसान विजेता बने और सबके पास ये रहे। 3 S संस्कार, समर्पण और संयम को मोबाइल की तरह साथ रखें और जीवन गुलशन गुलाब की तरह महकता रहे। साध्वी श्री ने प्राय: सभी श्रावक-श्राविकाओं की सेवाओं का उल्लेख किया। मंगल भावना समारोह में सभाध्यक्ष कमल नाहटा, तेयुप अध्यक्ष भूपेश खमेसरा, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष सीमा बाबेल आदि ने साध्वीश्री के प्रति मंगल भावना व्यक्त की। कार्यक्रम में The Best, The Wonderful, The Beautiful ‘सद्भावना सेलिब्रेशन एक्सप्रेस’ का रचनात्मक कार्यक्रम हुआ जिसमें पूरे चातुर्मास की विभिन्न झलकियां तेरापंथ महिला मंडल द्वारा प्रस्तुत की गई। महिला मंडल ने अपनी स्वर लहरियों के साथ गीत का संगान किया। डॉ. साध्वी परमयशाजी, साध्वी विनम्रयशाजी, साध्वी मुक्ताप्रभाजी और साध्वी कुमुदप्रभाजी ने ‘उदयपुर क्षेत्र साताकारी आस्था श्रद्धा मनहारी’ गीत का संगान किया।