गुरुकृपा से कोई भी सपना नहीं रहा अधूरा

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गुरुकृपा से कोई भी सपना नहीं रहा अधूरा

सफलतम चातुर्मास के उपलक्ष में मंगलभावना समारोह का आयोजन श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउण्डेशन के तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर विशाल धर्म सभा के मध्य हृदयोद्गार व्यक्त करते हुए साध्वी डॉ. मंगलप्रज्ञा जी ने कहा- आज मुझे प्रसन्नता है कि परम पूज्य गुरूदेव ने जो कार्य भार सौंपा, वह गुरु कृपा और ऊर्जा से सानंद संपन्न हुआ। चातुर्मास में करणीय कोई भी कार्य अधूरा नहीं रहा। हमने प्रवचन, प्रेरणा के माध्यम से श्रावक परिवार को अध्यात्म पान कराने का प्रयास किया। श्रावक समाज को साधु साध्वियों का आश्रय स्थल कहा जाता है चातुर्मास में सभी संस्थाओं ने सक्रियता से अपने दायित्व का निर्वहन किया। साध्वीश्री ने कहा हर व्यक्ति अपने श्रम, शक्ति और समय का सद् उपयोग करे, सही दिशा में प्रस्थान करे, अपने आन्तरिक ऐश्वर्य का संवर्धन करे। कंघे की तरह जीवन में आने वाली उलझनों को सुलझाए दर्पण की तरह अपने खामियों का दर्शन कर परिष्कार करे और बाल की तरह दिल को कोमल बनाने का प्रयास करे।
प्रेरणा प्रदान करते हुए साध्वीश्री जी ने कहा हम सभी तेरापंथ संघ के अनुयायी हैं। यहां संघ का महत्व है व्यक्ति का नहीं। संघ ही त्राण, प्रतिष्ठा, गति और शरण है। गुरू जीवन के आधार हैं। हमारे भीतर गुरू भक्ति और संघ भक्ति बढ़ती रहे। मंगल भावना समारोह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित हुआ। साध्वी वृन्द एवं पलक हिरण ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। साध्वी वृंद द्वारा द्वारा प्रस्तुत ‘अच्छा! तो हम चलते हैं’ कार्यक्रम ने परिषद् को भावुक बना दिया। इस अवसर पर श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के अध्यक्ष मेघराज धाकड़, तेरापंथ सभा मुंबई अध्यक्ष माणक चंद धींग, तेरापंथ सभा कांदिवली अध्यक्ष ज्ञानमल भंडारी, कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश कुमठ, तेरापंथ सभा अध्यक्ष गणेश कोठारी, मालाड तेरापंथ सभा अध्यक्ष गणेश कोठारी, बोरिवली सभाध्यक्ष संगीता सिंघी, गोरेगांव सभाध्यक्ष अशोक चौधरी, आदि अनेकों संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं श्रावक-श्राविकाओं ने अपनी मंगल भावनाएं व्यक्त की।
साध्वी डॉ. मंगलप्रज्ञा जी ने समस्त सभा संस्थाओं के पदाधिकारियों की सेवा का उल्लेख करते हुए नामोल्लेख पूर्वक सबसे खमतखामणा किया। कांदिवली और मालाड महिला मंडल ने गीतिका एवं कार्यक्रम प्रस्तुत किया। तेरापंथ कन्या मंडल प्रभारी दर्शना बोहरा एवं संयोजिका याशिका दुगड़ ने सुन्दर प्रस्तुति दी। जिनल धाकड़ और दृष्टि घाकड़ न संवाद शैली में मंगल भावनाएं व्यक्त की। कमला सुराणा, कमल पटावरी, कलकती जैन ने अलग-अलग मंगल प्रस्थान गीत प्रस्तुत किए। दो चरण में आयोजित कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन मुंबई तेरापंथ सभा उपाध्यक्ष दलपत बाबेल एवं तेरापंथ युवक परिषद्, अध्यक्ष राकेश सिंघवी ने किया।