सफल चातुर्मासिक प्रवास की सम्पन्नता पर आयोजित मंगल भावना समारोह
साध्वी मंजूयशा जी ठाणा-4 के सफलतम प्रवास और चातुर्मास की संपन्नता पर जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा नाथद्वारा द्वारा मंगल भावना समारोह तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री ने नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से किया। साध्वीश्री ने कहा - साधु-साध्वियां जहां भी जाते हैं वहां अध्यात्म की बहार आती है। चातुर्मास का समय निकट आते ही जन-जन के मन में अध्यात्म के प्रति श्रद्धा व भक्ति भावों का संचार होता है। त्याग, तपस्या एवं ज्ञान आराधना करने से भावना जागृत होती है। साधु-साध्वियों के मुख से अर्हत वाणी श्रवण करने को मिलती है। प्रेरणादाई प्रवचन सुनने से जीवन की दिशा एवं दशा बदलती है। अशुभ कर्मों की निर्जरा होती है और शुभ कर्म का बंध होता है। साध्वीश्री ने आगे कहा कि गुरु निर्देशानुसार हम नाथद्वारा चातुर्मास करने आए। पूरे श्रावक समाज ने प्रवचन, सेवा-उपासना कार्यक्रम आदि सभी में बड़े उत्साह पूर्वक भाग लेकर चातुर्मास को सफल बनाया। इस सफलता के पीछे सबसे बड़ा गुरु का आशीर्वाद होता है।
श्रावकों की उपस्थिति अच्छी होती है तो साधु-संतों को भी काम करने का आनंद आता है। यहां का श्रावक समाज संघपति के प्रति, साधु संतों के प्रति, अध्यात्म के प्रति समर्पित है। श्रावक-श्राविका समाज में धार्मिक लगन है। तेरापंथ सभा, युवक परिषद, महिला मंडल, कन्या मंडल, किशोर मंडल, ज्ञानशाला, अणुव्रत समिति आदि सभी संस्थाएं बड़ी जागरूक हैं। इस अवसर पर साध्वी चिन्मयप्रभा जी, साध्वी इंदुप्रभा जी व साध्वी मानसप्रभाजी ने गीत एवं भाषण द्वारा अपनी अभिव्यक्ति दी। सभा अध्यक्ष विश्वजीत कर्णावट, सकल जैन समाज अध्यक्ष ईश्वर सिंह समोता, तेयुप अध्यक्ष हितेश हिरण, महिला मंडल मंत्री सविता कोठारी, सभा, तेयुप, महिला मंडल, कन्या मंडल, किशोर मंडल, ज्ञानशाला आदि के सदस्यों तथा श्रावक-श्राविका समाज ने विविध विधाओं में साध्वी वृंद के प्रति मंगल भावना व्यक्त की।