हस्तकला का भव्य प्रदर्शन
मंड्या। साध्वी संयमलता जी के सान्निध्य में दो दिवसीय हस्तकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ नगर परिषद के अध्यक्ष नागेश एवं उपाध्यक्ष वरुणकुमार ने किया। नागेश एवं उनके साथियों ने तेरापंथ धर्मसंघ की साध्वियों द्वारा निर्मित नारियल के पात्र, पेपरवेट से बनी आकर्षक वस्तुएं, पीपल के पत्तों पर की गई चित्रकारी, 50 वर्ष पुराने 3D फोटो एवं धागों से बनी माला, कसिदा, रंगाई, सिलाई आदि का अवलोकन किया। नागेश ने कहा- जैन संतों की कला वंदनीय है। यह प्रदर्शनी बहुत सुंदर एवं कलात्मक है। साध्वी संयमलताजी ने कहा- कला जीवन को उपयोगी एवं सार्थक बनाती है। कलात्मक व सुव्यवस्थित जीवन जीना ही वास्तविक जीवन जीना है। साध्वियों ने अपने जीवन में कला को जिया है। छोटी-छोटी एवं बारीक वस्तुओं का निर्माण उनके समर्पण, एवं पुरुषार्थ को दर्शाता है। गहरी एकाग्रता से निर्मित ये वस्तुएं हर व्यक्ति को प्रेरणा देती है कि पुरुषार्थ की लौ कभी मंद ना हो। साध्वियों ने सभी वस्तुओं की विवरण सहित जानकारी दी। मंडिया, मैसुरु एवं बेंगलुरु के श्रावक-श्राविकाओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। ज्ञानशाला के बच्चों ने भी प्रदर्शनी में भाग लिया। दो दिन तक चली इस प्रदर्शनी में लगभग 200 व्यक्तियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।