अध्यात्म साधना केंद्र में लोकार्पण समारोह
अध्यात्म साधना केंद्र, नई दिल्ली में अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास के नवीनीकृत भाग 'आंगन' का भव्य लोकार्पण समारोह 'शासनश्री' साध्वी सुव्रताजी के सान्निध्य में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में अनेक संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित 200 से अधिक गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे। समारोह का संचालन जैन संस्कार विधि से संपन्न किया गया। समाजसेवी महेन्द्र नाहटा एवं शासन सेवी व अणुव्रत गौरव कन्हैयालाल जैन द्वारा लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर 'शासनश्री' साध्वी सुब्रताजी ने उद्बोधन करते हुए कहा कि अध्यात्म साधना केंद्र ध्यान और साधना का प्रमुख स्थल है। यह प्राकृतिक चिकित्सा का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है। उन्होंने बताया कि केंद्र के वर्तमान भव्य स्वरूप के पीछे अनेक महानुभावों का अथक परिश्रम है। अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास के प्रबंध न्यासी के.सी. जैन ने सभी उपस्थित जनों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र योग, प्रेक्षाध्यान, प्राकृतिक चिकित्सा और अणुव्रत आंदोलन की गतिविधियों का मुख्य केंद्र रहा है। 'आंगन' के नवीनीकरण के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि यह केंद्र पहले की तुलना में अधिक समाजोपयोगी बन गया है।
उद्घाटनकर्ता, तेरापंथ महासभा के प्रधान न्यासी और समाजसेवी महेंद्र नाहटा ने कहा कि अध्यात्म साधना केंद्र आचार्य श्री तुलसी की अनमोल देन है। यह समाज का एक प्रमुख ध्यान केंद्र है, जिसकी प्रगति में समाज के वरिष्ठ श्रावकों का अविस्मरणीय योगदान रहा है। पूर्व प्रबंध न्यासी के.एल. जैन ने केंद्र के विकास से जुड़ी अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि अणुव्रत आंदोलन के माध्यम से नैतिक मूल्यों और चरित्र निर्माण को बल मिला है। कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि जनवरी माह में योगक्षेम भवन का लोकार्पण पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा होगा।
अणुव्रत न्यास द्वारा तेजकरण सुराणा, जोधराज बैद और पन्नालाल बैद सहित कई महानुभावों का सम्मान किया। जोधराज बैद ने अध्यात्म साधना केंद्र के विकास के लिए अनुदान की घोषणा की। कार्यक्रम में अनेक संघीय संस्थाओं के पदाधिकारी, तेरापंथ सभा दिल्ली के अध्यक्ष सुखराज सेठिया, न्यासी डालमचंद बैद और अणुव्रत न्यास के प्रभारी न्यासी शांतिकुमार जैन समेत समाज के गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनीता जैन ने किया।