संगठन का मूल आधार  है अध्यात्म

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संगठन का मूल आधार है अध्यात्म

साध्वी उदितयशाजी के सान्निध्य में जुगराज श्रीश्रीमाल के निवास स्थान पर कर्तव्य बोध कार्यशाला का आयोजन हुआ। नमस्कार महामंत्र के सामूहिक उच्चारण से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। तेरापंथ सभा ट्रस्ट अध्यक्ष अशोक चौधरी ने सभी का स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। गुरुदेव आचार्य श्री तुलसी द्वारा लिखित पुस्तक 'कर्तव्य बोध' का उल्लेख करते हुए साध्वी उदियशाजी ने कहा कि संगठन का मूल आधार अध्यात्म होना चाहिए। व्यक्तिगत स्वार्थ गौण कर, संघ का काम हो, संघ का नाम हो, इसी भावना को सर्वोपरि रखकर अहंकार को त्याग कर, सबको साथ लेकर चलने और सम्मान देने की भावना होनी चाहिए। जिज्ञासा सत्र में साध्वीश्री जी ने कार्यकर्ताओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यशाला में सभा, युवक परिषद, महिला मंडल, कन्या मंडल, किशोर मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की अच्छी उपस्थिति रही। कार्यशाला का कुशल संचालन महिला मंडल मंत्री लता नौलखा ने किया, महिला मंडल सहमंत्री सरिता संचेती ने साध्वीवृंद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए पधारे हुए सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।