नवकार को समझने वाला हो सकता है भव पार
रायपुर। तेरापंथ अमोलक भवन, सदर बाजार में विराग मुनि जी आदि ठाणा के सान्निध्य में नवकार जाप ग्रुप व तेरापंथ युवक परिषद्, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में नवकार जाप का आयोजन किया गया। जाप के पश्चात विराग मुनि जी ने कहा कि जैन धर्म एक ऐसा धर्म है जहां व्यक्ति विशेष की पूजा आराधना न हो कर गुणों की पूजा की जाती है। जैन धर्म की सभी परंपराओं में समान रूप से मान्य नवकार महामंत्र में भी गुणों की महिमा या आराधना की गई है। उन्होंने कहा कि नवकार मंत्र के जाप से हमें अनेक लाभ प्राप्त होते हैं। हमें उसके मर्म को समझना होगा जो उसके मर्म को समझ जायेगा वह भवसागर से तर जायेगा।