प्रेक्षा ध्यान कार्यशाला का आयोजन
नोखा। मुनि सुमति कुमार जी ठाणा 3 के सान्निध्य में प्रेक्षाध्यान कार्यशाला का आयोजन हुआ। मुनि सुमतिकुमार जी ने समझाया ध्यान का मतलब है अपने आप को देखना। जो अपने आप को देख सकता है वो ध्यान को देख सकता है। प्रेक्षा ध्यान से शान्ति एवं शक्ति संभव है। मुनि देवार्यकुमारजी ने कहा कि तपस्या के लिए ध्यान और ध्यान के लिए तपस्या करनी जरूरी है। मुनिश्री ने 15 मिनट का कायोत्सर्ग प्रयोग करवाया। सभा अध्यक्ष शुभकरण चौरडिया, कवि इन्द्रचन्द बैद, युवक परिषद अध्यक्ष निर्मल चोपड़ा, महिला मंडल अध्यक्ष सुमन मरोठी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में मंडल की 80 संभागियों ने भाग लिया।