कन्याओं के लिए दो दिवसीय ‘आरोहण’ कार्यशाला

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कन्याओं के लिए दो दिवसीय ‘आरोहण’ कार्यशाला

साध्वी गुप्तिप्रभाजी के सान्निध्य तथा जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा बोरावड के तत्वावधान में वेदिका फार्म हाउस में द्विदिवसीय 'आरोहण 'कार्यशाला का आयोजन कन्याओं के लिए किया गया । साध्वी श्री ने 'जागे कन्याओं का विवेक' विषय पर उद्बोधन देते हुए कहा - कन्या स्नेहशील, संवेदनशील, श्रमशील व दायित्वशील होती है, उनको किसी से कम न आंके। किंतु संस्कारों के बिना सफलता अधूरी है। पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित हुए बिना अपनी राह को प्रशस्त बनाने का प्रयास करना चाहिए। कार्यशाला के द्वितीय दिन साध्वीश्री ने सफलता के पंच सूत्र - सहन करो, श्रम करो, संयम करो, सेवा करो व स्वस्थ रहो की विस्तृत व्याख्या की। साध्वी मौलिकयशाजी ने कहा- हम अपनों का सम्मान करना सीखे। 'Three magical words - Please, Sorry, Thank you' को अपने जीवन में अपनाकर आपसी सामन्जस्य को बढ़ा सकते हैं। ‘कैसे हो लक्ष्य का निर्धारण’ विषय पर प्रकाश डालते हुए साध्वी भावितयशाजी ने कहा- लक्ष्य निश्चित करने मात्र से प्राप्त नहीं होता, उसमें दृढ संकल्पशक्ति, एकाग्रता तथा समर्पण आदि अनके तत्वों की अपेक्षा होती है। मोटिवेशनल स्पीकर पिंकी भंसाली ने Self Awareness, Self Esteem आदि विषयों पर दोनों दिन प्रशिक्षण दिया। अंतिम सत्र में माता-पिता को बेटी के साथ आपसी रिश्ते को मजबूत बनाने हेतु प्रेरित किया गया। अंत में संभागीयों ने अपने-अपने अनुभवों को सभी के साथ साझा किया। संयम कर्णावट ने कैंसर अवेयरनेस के संदर्भ में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के बारे में विस्तार से समझाया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नेमीचंद जैन, बालचंद बेताला, अध्यापिका इंदु कर्णावट, महिला मंडल अध्यक्षा हर्षा चौरडिया आदि ने अपनी भावाभिव्यक्ति दी तथा पिंकी भंसाली व संयम कर्णावट का अभिनंदन किया। कन्या मंडल संयोजिका प्रज्ञा लूणिया ने आभार व्यक्त किया।