भगवान पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक समारोह
दालखोला। मुनि आनंद कुमार जी 'कालू' ठाणा-२ के सान्निध्य मे दालखोला (बंगाल) स्थित तेरापंथ सभा भवन भगवान पार्श्वनाथ का 2900वां जन्म कल्याणक दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुनिश्री द्वारा महामंत्रोच्चार के साथ हुआ। तत्पश्चात मुनि विकास कुमार जी ने पार्श्व स्तुति से मंगलाचरण किया। भाईयों एवं बहनों ने सामूहिक गीतिका की प्रस्तुति दी। मुनि आनंद कुमार जी ने उपसर्गहर स्तोत्र एवं मंत्र अनुष्ठान संपन्न कर अपने वक्तव्य में कहा कि जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ का जन्म काशी (वाराणसी) के राजा काश्यप गोत्रीय अश्वसेन तथा रानी वामादेवी के घर पौष कृष्ण दशमी को हुआ था। भगवान की वाणी के अनुसार रागी मनुष्य कभी पूर्ण अहिंसक नहीं बन सकता, उसके लिए वीतरागी बनना आवश्यक है। हम भाव हिंसा से बचकर ही द्रव्य हिंसा से स्वतः बच सकते हैं।